लखनऊ: तंबाकू और इससे बने उत्पादों के सेवन से लोग कई तरह की जानलेवा बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. वहीं लखनऊ में इन मौतों की संख्या को कम करने और शहर को तंबाकू मुक्त जोन बनाने के उद्देश्य से लखनऊ डीएम ने स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर राजधानी को तंबाकू मुक्त जोन बनाने के मिशन की शुरुआत पिछले साल की थी. लेकिन नगर निगम प्रशासन की तरफ से धरातल पर इस अभियान को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका. जिसका नतीजा यह है कि आज भी अस्पतालों में जानलेवा बीमारियों की चपेट में आए मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
तबांकू के सेवन से हर साल हो रही 10 लाख कैंसर रोगियों की मौत !
जिला प्रशासन ने शहर को तंबाकू मुक्त जोन बनाने के मिशन की शुरुआत पिछले साल की थी, लेकिन इसका कुछ प्रभाव देखने को नहीं मिला और राजधानी में लगातार कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ती दिखाई दे रही है.
तंबाकू उत्पादों के सेवन से बढ़े कैंसर मरीज, हर साल 10 लाखों लोगों की हो रही मौतें
तम्बाकू के सेवन से लगातार बढ़ रहा है मौतों का आंकड़ा
- शहर को तंबाकू मुक्त जोन बनाने के उद्देश्य से लखनऊ डीएम द्वारा झंडी दिखाकर मिशन की शुरुआत की गई थी.
- पिछले साल शुरू हुए इस मिशन को अमली जामा पहनाने की जिम्मेदारी लखनऊ नगर निगम प्रशासन को दी गई थी. लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी स्थिति जैसी थी वैसी ही बनी हुई है.
- जगह-जगह तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट खुलेआम बेचा जा रहा है.
- इसका नतीजा यह है कि तंबाकू और उससे उठने वाले धुएं की चपेट में आकर लोग गंभीर जानलेवा बीमारी की चपेट में आ रहे हैं.
- वहीं ईटीवी भारत से बात करते हुए मेडिकल कॉलेज के डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी का कहना है कि तंबाकू की खेती से सरकार को कोई फायदा नहीं है बल्कि कई गुना ज्यादा नुकसान ही उठाना पड़ रहा है.
- वहीं उन्होंने कहा कि बीड़ी, सिगरेट से उठने वाले धुंए में करीब सात हजार से ज्यादा विषैले तत्व पाए जाते हैं और अधिकतर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों को जन्म दे रहे हैं.
- इसकी चपेट में आने से लाखों की संख्या में लोगों की मौत हो रही है और उन्होंने कहा कि सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए.
नगर निगम प्रशासन लखनऊ को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है.
संयुक्ता भाटिया,मेयर