प्रयागराज:इस्लाम धर्म के लोगों की मान्यता है कि पैगम्बर मोहम्मद साहब ने अपना रोजा खजूर से खोला था. कुरान में भी कई बार इसका जिक्र आया है. इसलिए दुनिया भर के मुसलमान खजूर खाकर रोजा खोलते हैं.
प्रयागराज: रमजान में बढ़ी खजूर की बिक्री, जानें क्या है इसका महत्व
रमजान के पवित्र महीने में खजूर की दुकानों पर लोगों की काफी भीड़ देखी जा सकती है. पुरुष हो या महिला इन दिनों खजूर की दुकानों पर हर कोई दिखाई पड़ता है. रमजान के महीने में रोजा, नमाज के साथ खजूर का भी बहुत महत्व है.
खजूर का महत्व
क्या है खजूर का महत्व
- खजूर का धार्मिक महत्व है, वहीं इसका वैज्ञानिक महत्व भी है.
- दिन भर भूखा-प्यासा रहने से थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है.
- खजूर में ग्लूकोज, फ्रक्टोज और सुक्रोज पाया जाता है, जिससे शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है
- दुकानदारों की माने तो ईरान, इराक से लेकर सऊदी अरब तक के खजूर बाजार में आये हैं.
- इसमें अजूबा 1800 रुपये, कलमी 700 रुपये और अन्य खजूर 400 रुपये किलों तक के हैं.