शामली:जिले में चक्रवाती तूफान के चलते भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी गेहूं क्रय केंद्रों पर गेहूं खुले में रखा गया. इसके कारण सैंकड़ों क्विंटल गेहूं सरकारी मशीनरी की वजह से बर्बाद हो गया.
यह भी पढ़ें:मकान की छत गिरने से मां और तीन बच्चों की मौत, CM योगी ने लिया संज्ञान
यह है पूरा मामला
जिले की ऊन तहसील क्षेत्र के कस्बा गढ़ीपुख्ता में किसान सेवा सहकारी समिति पर सरकारी गेहूं क्रय केंद्र खोला गया था. क्रय केंद्र पर किसानों से खरीदा गया गेहूं बोरियों में भरने के बाद खुले आसमान के नीचे ही छोड़ दिया गया. मौसम वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान के चलते यूपी में भी चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के चलते अलर्ट जारी किया गया था. क्षेत्र के संभ्रांत लोग और किसान भी अधिकारियों से शिकायत कर खुले में रखे गेहूं के खराब होने और क्रय केंद्र पर कर्मचारियों द्वारा नया गेहूं नहीं लेने की शिकायत कर चुके थे, लेकिन इसके बावजूद भी सरकारी मशीनरी को समझ नहीं आया. इसके चलते जिले में चक्रवाती तूफान के चलते पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण क्रय केंद्र पर खुले में रखा सैंकड़ों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग गया. बारिश में भीगे गेहूं के बर्बाद होने पर सरकार को भारी नुकसान से संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता.
पानी में तैरता नजर आया गेहूं
बारिश के अलर्ट के बावजूद भी बोरियों में भरे गेहूं को जानबूझकर बर्बाद होने के लिए छोड़ दिया गया है. क्रय केंद्र पर बारिश के कारण हुए जलभराव के चलते अधिकांश गेहूं की बोरियां भीग चुकी हैं. केंद्र पर तैनात कर्मचारी बबलू ने बताया कि क्रय केंद्र पर चार हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हुई थी, जिसमें से कुछ की डिलीवरी कर दी गई थी, जबकि डिलीवरी के लिए गाड़ियों का इंतजाम नहीं होने पर अन्य गेहूं क्रय केंद्र पर ही पड़ा हुआ है. फिलहाल आलाधिकारियों की गाज गिरने के चलते केंद्र पर तैनात कर्मचारी गेहूं की बर्बादी के सबूत मिटाने की कोशिशों में भी जुट गए हैं.
डीएम ने लिया संज्ञान
गढ़ीपुख्ता क्रय केंद्र पर बारिश में खुले में रखे गेहूं की शिकायत पर डीएम जसजीत कौर ने संज्ञान लिया है. डीएम ने बताया कि गढ़ीपुख्ता में खुले में रखे गेहूं के संबंध में एसडीएम और डिप्टी आरएमओ को मौके पर जाकर निरीक्षण करने और लापरवाही मिलने पर दोषियों के खिलाफ एक्शन लेने के निर्देश दिए गए हैं.