प्रयागराज: फूलपुर लोकसभा सीट सिर्फ संसदीय सीट नहीं बल्कि की देश के राजनीति की गंगोत्री है. यहीं से देश के राजनीति का शुरुआत हुई. आजादी के बाद इस सीट से चुनाव लड़कर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू बने. लगातार तीन बार चुनाव लड़कर देश का प्रतिनिधित्व किया. यह कहना है राजनीतिक विशेषज्ञ बाबा अवस्थी का. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि फूलपुर लोकसभा सीट ही नहीं बल्कि की देश की राजनीति का शुरुआत इसी सीट से हुई.
आखिर क्यों फूलपुर लोकसभा सीट कही जाती है देश के राजनीति की गंगोत्री, जानें - राजनीतिक विशेषज्ञ बाबा अवस्थी
फूलपुर लोकसभा सीट सिर्फ संसदीय सीट नहीं बल्कि की देश के राजनीति की गंगोत्री है. यहीं से देश के राजनीति का शुरुआत हुई. आजादी के बाद इस सीट से चुनाव लड़कर जवाहर लाल नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री बने. इसी को लेकर ईटीवी भारत संवाददाता ने राजनीतिक विशेषज्ञ बाबा अवस्थी से खास बातचीत की.
फूलपुर लोकसभा सीट से शुरू हुई देश की राजनीति
बाबा अवस्थी से ईटीवी भारत की बातचीत
- जवाहर लाल नेहरू के समय फूलपुर लोकसभा सीट कौशाम्बी तक कवर करता था. पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने ही डॉ. राम मनोहर लोहिया को अपने विपक्ष में चुनाव लड़ने के लिए मजबूर किया था.
- डॉ. लोहिया आनंद भवन में नेहरू जी के साथ पीए का काम देखते थे.
- वहीं तीन बार नेहरू और दो बार उनकी बहन विजय लक्ष्मी पंडित ने इस सीट से चुनाव लड़ा.
- वहीं फूलपुर लोकसभा सीट से सबसे ज्यादा कांग्रेस ने लगातार विजयी होने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है.
- इस सीट से तीन बार पंडित जवाहर लाल नेहरू ने चुनाव लड़कर देश का प्रतिनिधित्व किया.
- इसके बाद उनका निधन हो गया तो 1964 में उनकी बहन विजयी लक्ष्मी पंडित ने चुनाव लड़कर यहां से जीत दर्ज की.
- वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से केशव मौर्य ने यहां से जीत हासिल की थी. लेकिन वह विधान परिषद गए और डिप्टी सीएम बने. उसके बाद इस सीट के उपचुनाव हुआ और समाजवादी पार्टी ने जबरदस्त जीत दर्ज की.