वाराणसी: जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के दन्त चिकित्सा विज्ञान संकाय ट्रॉमा सेंटर कैम्पस चिकित्सा विज्ञान संस्थान की इस कोविड-19 महामारी के कारण सामान्य ओपीडी बंद थी. संस्थान ने अब 'घर से डेंटल' ओपीडी नामक ऑनलाइन ओपीडी की सुविधा आरंभ की है. यह जानकारी प्रोफेसर विनय कुमार श्रीवास्तव ने दी.
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मरीजों को मिलेगी राहत
वैश्विक महामारी के दौर में पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय का सर सुंदरलाल अस्पताल की सामान्य ओपीडी बंद है. बीएचयू की एक दिन की ओपीडी में लगभग 8000 मरीज चिकित्सकों से परामर्श लेते थे. पूर्वांचल, बिहार, मध्य प्रदेश, नेपाल, छत्तीसगढ़ और झारखंड के मरीज यहां पर आते हैं. ओपीडी बंद होने के कारण मरीजों को दिक्कत हो रही थी, लेकिन अब मरीजों को सुविधा होगी.
घर बैठे होगा इलाज
मरीज घर बैठे मोबाइल और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा सीधे दन्त संकाय के विशेषज्ञों से अपनी दांत की बीमारियों के बारे में परामर्श एवं दवाइयों की जानकारी ले सकते हैं. कोविड-19 महामारी समाप्त होने और सामान्य ओपीडी शुरू होने के बाद भी यह सुविधा जारी रहेगी. सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को 9 बजे सुबह से दोपहर 1 बजे तक यह ओपीडी चलेगी. भविष्य में मरीज इस सुविधा का लाभ सप्ताह के पूरे 6 दिन ले सकेंगे.
जिले और प्रदेश के डॉक्टर भी जुड़ सकते हैं
ओपीडी सुविधा के अन्तर्गत प्रदेश के प्राथमिक एवं सामुदायिक चिकित्सा केंद्रों PHC और CHC पर कार्यरत दन्त चिकित्सकों को भी इसी नम्बर से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि लोगों को ज्यादा सुविधा मिल सके. मरीज दन्त संकाय के विषेशज्ञों के साथ परामर्श कर सकते हैं. इसके लिए उन सभी दन्त चिकित्सकों को अपना नाम, पद, स्थान और DCI पंजीकरण संख्या आदि की जानकारी प्रदान करनी होगी. ये सुविधाएं प्रधानमंत्री की दूरदृश्टि के अनुरूप चिकित्सा सुविधाओं को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है और उनके सपनों को साकार करने जैसा है.
छात्रों को मिलेगा फायदा
इसके अतिरिक्त दिए गए मोबाइल नंबर के माध्यम से प्रत्येक माह के अन्तिम शनिवार दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक Clinical Case/Presentation/Discussion भी किया जाएगा, जिससे दन्त संकाय में पढ़ने वाले स्नातक एवं परास्नातक छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रकार के नए-नए केस की जानकारी दी जाएगी. इसे उनके शैक्षिक एवं चिकित्सकीय ज्ञान में वृद्धि होगी.