बाराबंकी:तहसील रामनगर के तपेसिपाह कोइरीपुरवा में घाघरा नदी के कटान से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है. नदी के कटान को लेकर ग्रामीण परेशान हैं. हालांकि उपजिलाधिकारी सीपी पाठक ने ग्रामीणों को कटर बनने का आश्वासन दिया है.
बाराबंकी: ग्रामीणों और घाघरा नदी के बीच महज 100 मीटर का फासला
उत्तर प्रदेश के घाघरा नदी का जलस्तर दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है, जिससे ग्रामीणों की समस्या बढ़ती जा रही है. गांव से नदी अब महज 100 मीटर की दूरी पर पहुंच चुकी है. ऐसे में ग्रामीण प्रशासन से अपने घरों को नदी में कटने से बचाने की आस लगाए बैठे हैं.
घाघरा नदी का जलस्तर दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है.
जानें क्या है पूरा मामला
- घाघरा का जलस्तर दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है, जिससे ग्रामीणों की समस्या बढ़ती जा रही है.
- ग्रामीणों ने बताया कि उनकी जमीन घाघरा नदी कटान से प्रभावित हो रही है.
- ये ग्रामीण अपने खेतों के सहारे अपना जीवन यापन करते हैं.
- गांव से नदी अब महज 100 मीटर की दूरी पर पहुंच चुकी है.
- ग्रामीण प्रशासन से अपने घरों को नदी में कटने से बचाने की आस लगाए बैठे हैं.
हम बाढ़ से निपटने की तैयारियां चल रही है, जिसे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना ना करना जहां पे कटान जारी है. वहां पर कट बांध बनवाया जा रहा है, जिसे पानी के रुख को बदलने की कोशिश की जा रहा है. कट बांध से कटान में कमी आती है.
-सीपी पाठक, उपजिलाधिकारी
Last Updated : Jul 7, 2019, 7:02 PM IST