वाराणसी: गंगा दशहरा के पर्व को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. बुधवार को गंगा के तट पर जनसैलाब उमड़ेगा. वैदिक ब्राह्मण अलग-अलग तरह से परंपरागत तरीके से मां गंगा की आरती उतारेंगे और आर-पार की माला जीवनदायिनी नदी पर चढ़ाएंगे. पर्व के मौके पर भरतनाट्यम के माध्यम से गंगा अवतरण की कहानी दिखाई जाएगी.
वाराणसी: भव्यता के साथ मनाया जाएगा गंगा दशहरा, दिखाई जाएगी गंगा अवतरण की कहानी - वाराणसी समाचार
काशी में गंगा दशहरा के पर्व को धूमधाम से मनाने की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. गंगा के घाटों पर मां गंगा का दुग्ध अभिषेक होने के साथ कुंवारी कन्याओं को रिद्धि-सिद्धि के रूप में प्रस्तुत कर 11 ब्राह्मणों के हाथों मां गंगा का विशेष पूजन किया जाएगा.
गंगा दशहरा का आयोजन
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा के अनुसार-
- कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथि कार्यक्रम अध्यक्ष और विशिष्ट अतिथि मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन करेंगे.
- भगवती मां गंगा का पूजन गंगा सेवा निधि के 11 पुजारी करेंगे और 22 कन्याएं रिद्धि-सिद्धि के रूप में मौजूद रहेंगी.
- भगवती मां गंगा की आरती का आयोजन किया जाएगा और हजारों दीपमालाओं की लड़ियों में पिरोई गई घाटों पर फैली दीपों की रोशनी को देश-विदेश से आए हजारों सैलानी देखेंगे.
- गंगा दशहरा के दिन ऐसी मान्यता है कि दशाश्वमेध घाट पर गंगा स्नान से 10 अश्वमेध यज्ञ का लाभ मिलता है.
- बुधवार की सुबह से ही स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का रेला गंगा तट पर उमड़ पड़ेगा.
- मान्यता के अनुसार जेष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा मनाया जाता है.
- स्कंदपुराण के अनुसार गंगा दशहरा के दिन व्यक्ति को किसी भी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए.
- इस दिन ध्यान और दान करना चाहिए इससे सभी पापों से मुक्ति मिलती है. इस दिन काशी के घाटों पर विविध आयोजन किए जाते हैं.
- गंगा दशहरा होने के साथ-साथ इसी दिन गंगा सेवा निधि के मां गंगा घाट और संपूर्ण भारतवर्ष को स्वच्छ रखने का संकल्प दिलाने के 4 साल भी पूरे हो रहे हैं.
सुशांत मिश्रा का कहना है कि गंगा दशहरा वाले दिन सेवा निधि द्वारा चलाए जा रहे अनवरत एक ऐसे संकल्प के 4 साल पूरे हो रहे हैं, जिसके माध्यम से हम गंगा के तट पर सभी श्रद्धालुओं को प्रतिदिन यह संकल्प दिलाते हैं कि वह गंगा, घाट और पूरे देश को स्वच्छ रखेंगे. हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि हमारा यह संकल्प अभियान निश्चित ही भारतवर्ष को स्वच्छ रखने में एक अनोखी पहल होगी.