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रामपुर: साइबर ठगी के 4 आरोपी गिरफ्तार, लाखों का सामान बरामद - रामपुर में साइबर ठगी के चार आरोपी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से लाखों रुपये का सामान बरामद हुआ है.

accused of cyber crime arrested in rampur
पुलिस गिरफ्त में चारों आरोपी

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Published : Jun 16, 2020, 8:53 PM IST

रामपुर: जिले की कोतवाली मिलक में ऑनलाइन ठगी करने वाले गैंग के 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पिछ्ले तीन माह से सक्रिय हुए ठगों के गैंग ने लोगों के खातों से लाखों रुपये उड़ा दिए. इन लोगों ने ऑनलाइन ठगी कर ई-वॉलेट से पेमेंट कर लाखों का सामान खरीदा. इनमें एसी, मोबाइल, आइफोन, घड़ी, एलीडी, कार, म्यूज़िक सिस्टम और महंगे जूते, परर्फ्यूम शामिल हैं. ठगों के अकाउंट में लगभग 17 लाख कैश मिला है. पुलिस ने इनके सारे खातों को होल्ड करा दिया है. पूरी घटना कोतवाली मिलक क्षेत्र की है. एसपी शगुन गौतम ने इस ऑनलाइन ठगी का खुलासा किया.

रामपुर के कोतवाली मिलक में ऑनलाइन ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय था. पुलिस को इस गिरोह के ठगों की तलाश थी. पुलिस ने इन साइबर ठगों को पकड़ने के लिए साइबर एक्सपर्ट की मदद ली और ठगी करने वाले इस गिरोह के 4 ठगों को धर दबोचा. इनके पास से लगभग 8 लाख रुपये की कीमत का सामान और इनके खाते से 17 लाख रुपये बरामद हुए हैं. इस गिरोह का मास्टर माइंड विजन्त पटेल है और इसके तीन साथी प्रज्वल पाठक, आदित्य गंगवार और अमित कुमार ये चारों पुलिस की हिरासत में हैं.

साइबर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा एसपी शगुन गौतम ने किया. उन्होंने बताया 12 जून को हमारे पास देवी दास की शिकायत आई थी. 5 लोगों ने उनके साथ ठगी की है और 236000 रुपये उनके अकाउंट से निकाल लिए गए. इसमें हमने अपनी टीमें लगाईं और टेक्निकल एक्सपर्ट की भी मदद ली. जांच शुरू की तो पता चला कि सही में इनके पैसे निकले हैं इनके पास कोई ओटीपी नहीं आया था. इसमें सोमवार रात हमने 4 युवकों को गिरफ्तार किया है.

इनका मास्टर माइंड विजन्त पटेल है. उसने बताया कि कैसे वे फ्रॉड करते थे. वे एसबीआई के अकाउंट को टारगेट करते थे. उसका कहना है कि एसबीआई के अकाउंट में लूप होल है. वह थर्ड ईयर का साइंस का स्टूडेंट है. उसने लूप होल का इस्तेमाल किया. उसके साथ 3 लड़के और हैं. वह ऑनलाइन नेट बैंकिंग को टारगेट करते थे. उनके यूजर नेम पासवर्ड हैक करके 5000 तक की ट्रांजक्शन करते थे. उसका कहना है कि 5000 तक की ट्रांजैक्शन में कोई ओटीपी नहीं होता था. इसलिए वे टारगेट बनाकर इतना ही अमाउंट निकलते थे.

इनके एक अकाउंट में लगभग 17 लाख रुपए हैं. उस अकाउंट का सीज कर दिया है. इन लोगों ने जो ऑनलाइन सामान मंगाया था, वह भी बरामद करके उसे सील कर दिया है. इन्होंने एसबीआई के लगभग 40 से 50 अकाउंट क्रैक किए हैं. जो सामान इनके पास से बरामद हुआ है, उसकी कीमत लगभग आठ लाख रुपये है.

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