उन्नाव : होली के त्योहार में गुझिया के साथ चिप्स और पापड़ न हो तो होली का मजा किरकिरा हो जाता है. जबकि अखाद्य रंगों से बनने वाले चिप्स और पापड़ से लीवर और किडनी तक खराब होने की संभावना है. उन्नाव जिले में फुटपाथ से लेकर बड़ी दुकानों तक में सेहत के दुश्मन रंगीन चिप्स-पापड़ की बिक्री कर रहे हैं. यह हाल तब है, जब सुरक्षा अधिकारी अभियान चला रहे हैं.
होली में ये सब खाने से बचें, कहीं सेहत न बिगाड़ दे प्लेट की सजावट
उन्नाव जिले में फुटपाथ से लेकर बड़ी दुकानों तक में सेहत के दुश्मन रंगीन चिप्स पापड़ की बिक्री कर रहे हैं. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के अभियान चलाने के बावजूद भी मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्रि जारी है.
उन्नाव जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. मेवालाल ने रंगीन चित्रों से होने वाली बीमारी के बारे में बताते हैं कि इस से उल्टी दस्त व अन्य प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं, जिससे आदमी की जान भी जा सकती है. होली के समय लोग घर पर पापड़ बनाकर प्रयोग करें. मार्केट से रंगीन पापड़ न खरीदें.
वहीं खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि मार्केट में बना रंगीन चिप्स पापड़ व कचरी न प्रयोग करें. टीमें बनाकर छापेमारी भी कर रहे हैं, जहां भी रंगीन चिप्स पापड़ मिलता है, वहां कार्रवाई की जाती है.