सहारनपुर : कहते हैं कि " अगर कोई किसी के लिए गड्ढा खोदता है तो ऊपर वाला उसके लिए खाई खोद देता है". यह कहावत सहारनपुर के शराब माफिया पिंटू और उसके परिवार पर सही बैठती है. बताया जा रहा है, थाना नागल इलाके उमाहि गांव में उस मौत के सौदागर के घर से भी पांच अर्थियां निकली हैं.
जहरीली शराब न सिर्फ शराब के सौदागर पिंटू को निगल गई बल्कि शराब के सेवन से उसके पिता, चाचा, दो भाइयों को भी मौत की नींद सुला दिया. यूं तो इस गांव में सबसे ज्यादा 8 लोगो की मौत हुई है लेकिन जनपद में यह आंकड़ा बढ़ते हुए 60 के पार पहुंच गया है. जबकि 40 से ज्यादा लोग विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं. खास बात ये है कि पिंटू के के घर मे अब कमाने वाला कोई नही रहा. जिसके चलते उसके परिवार को भविष्य में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. पिंटू के घर से एक साथ 5 अर्थियां उठी तो पूरा गांव सन्न रह गया.
आपको बता दें कि उमाहि कोटा ये वही गांव है जहां से शुक्रवार की सुबह जहरीली शराब का कहर देखने को मिला. पिंटू नाम के शराब माफिया के यहां से शराब पीकर न सिर्फ दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीण अस्पतालो में भर्ती हुए बल्कि पिंटू समेत आधा दर्जन से ज्यादा लोग अकाल ही मौत के आगोश में चले गए. खास बात ये है कि इस शराब कांड में शराब माफिया पिंटू समेत उसके पिता, चाचा और दो भाइयों की भी मौत हो गई. इस घर का सबसे छोटा बेटा जितेंद्र ही बचा है. जितेंद्र ने बताया कि उसका भाई पिंटू कच्ची शराब का कारोबार किया करता था. कभी शराब माफिया कच्ची शराब घर पर दे जाते थे तो कभी पिंटू खुद जाकर ले आता था. यह कच्ची शराब कहाँ से आती थी ये उनको भी नही मालूम.