सहारनपुर:सहारनपुर जिला प्रशासन में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्त्री रोग विशेषज्ञ समेत 5 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया. डॉक्टरों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग ने उनकी वरिष्ठता को नजर अंदाज करते हुए जूनियर डॉक्टरों की पदोन्नति की है. इतना ही नहीं उनके प्रमोशन में देरी की जा रही है. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने सभी डॉक्टरों के इस्तीफे नामंजूर कर दिए हैं.
सहारनपुर: मेडिकल कॉलेज के 5 डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा, पक्षपात का आरोप
यूपी के सहारनपुर जिले में प्रमोशन में पक्षपात करने का आरोप लगाकर पांच डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया. स्त्री रोग विशेषज्ञ सहित पांचों डॉक्टरों से जिला प्रशासन ने संपर्क किया है. इसके बाद तीन डॉक्टरों ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है.
3 डॉक्टरों ने इस्तीफा वापस लिया
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि सभी डॉक्टरों के साथ बात चल रही है. सभी को समझाया जा रहा है. उनकी जो भी मांग है नियानुसार उनका समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है. बहरहाल प्रशासन के समझाने पर तीन डॉक्टरों ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है. डीएम ने बताया कि सरकार का सख्त निर्देश है कि कोरोना संकट काल में किसी भी डॉक्टर का इस्तीफा मंजूर नहीं किया जाएगा. सरकार के निर्देश पर सभी डॉक्टरों के इस्तीफे नामंजूर किए गए हैं.
शेखुल हिन्द मौलाना महमूद राजकीय मेडिकल कॉलेज में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना धमीजा, डॉ. सरिता वर्मा, डॉ. रोबी गुप्ता, डॉ. राजीव गर्ग और डॉ. दीपांकर ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर उपेक्षा का आरोप लगाकर एक साथ इस्तीफा दे दिया था. जिलाधिकारी ने बताया कि डॉक्टरों की अपनी निजी समस्या थी, जिसके चलते उन्होंने इस्तीफा दिया था. हालांकि तीन डॉक्टरों ने प्रशासन के समझाने पर इस्तीफा वापस ले लिया है, जबकि दो डॉक्टरों को मनाने की कोशिश की जा रही है. जल्द ही वे भी अपना इस्तीफा वापस लेकर ड्यूटी पर आ जाएंगे.