उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / briefs

मुरादाबाद: एक महीने में हुई पांच मौतें, हैरान कर देगा वजह... - up news

उत्तर प्रदेश सरकार भले ही लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने का दावा करती हो, लेकिन शहरी क्षेत्रों में लगातार बढ़ते प्रदूषण से लोगों का जीना मुहाल हो रखा है. मुरादाबाद जनपद के मुगलपुरा थाना क्षेत्र स्थित लालबाग मोहल्ले में पिछले एक महीनें में पांच लोगों की मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है.

मुरादाबाद में लोगों की मौत.

By

Published : May 28, 2019, 7:31 PM IST

मुरादाबाद: मुगलपुरा थाना क्षेत्र के लालबाग और नवाबपुरा मोहल्ले में पिछले एक महीने में अचानक पांच लोगों की मौत और कई लोगों के गम्भीर बीमार होने के बाद लोग दहशत में है. स्थानीय लोग बीमारी और मौतों के लिए कैंसर की बीमारी को जिम्मेदार ठहरा रहें हैं.

गंदगी से लोगों का जीना मुहाल.

क्या कहते हैं स्थानीय लोग-

  • लोगों के मुताबिक पेयजल में गंदगी और क्षेत्र में गंदगी के चलते कैंसर की बीमारी लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहीं है.
  • इस मौहल्ले के ज्यादातर घरों में सप्लाई किये जा रहें पानी में गंदगी साफ नजर आ रही है.
  • बावजूद इसके प्रशासन की लाहपरवाही के चलते लोग गंदा पानी पीने को मजबूर है.
  • पांच लोगों की मौत के बाद नींद से जागे स्वास्थ्य विभाग ने अब क्षेत्र में हेल्थ कैम्प लगाकर लोगों की जांच शुरू की है.

प्रशासन ने तलब की रिपोर्ट

  • रामगंगा नदी किनारे बसे लालबाग और नवाबपुरा मौहल्ले में बड़ी संख्या में त्वचा रोग और कैंसर की बीमारी फैलने के बाद प्रशासन ने भी स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम से रिपोर्ट तलब की है.
  • रामगंगा नदी किनारे जलाए जाने वाले इलेक्ट्रानिक कचरे के चलते भी इस क्षेत्र में प्रदूषण बढा है.
  • स्वास्थ्य विभाग द्वारा पांच मौतों के बाद मंगलवार को एक हेल्थ कैम्प लगाया गया, जिसमें दो लोगों में कैंसर के लक्षण मिलने पर उनको जांच के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है.
  • स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मामले की जांच के बाद ही साफ हो पायेगा की लोगों की मौत के पीछे असल वजह क्या है.

मुरादाबाद जनपद में देश के अन्य शहरों के मुकाबले वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. जनपद में बड़े पैमाने पर जलाए जाने वाले इलेक्ट्रानिक कचरे के चलते लोगों की सेहत लगातार खराब हो रहीं है.

एनजीटी के सख्त आदेश के बाद रामगंगा नदी किनारे जमा इलेक्ट्रानिक कचरे की राख हटाने का काम शुरू किया गया है, लेकिन अब भी शहर के कई क्षेत्रों में चोरी- छिपे इलेक्ट्रानिक कचरा जलाया जा रहा है. एक महीने में पांच मौतों के बाद एक बार फिर प्रदूषण और गंदगी को लेकर लोगों में आक्रोश साफ नजर आ रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details