झांसी : डीएम के फर्जी हस्ताक्षर के मामले में जिला पूर्ति अधिकारी अनूप तिवारी को 6 फरवरी को अरेस्ट किया गया था. खुद डीएम ने जिला पूर्ति अधिकारी की गिरफ्तारी करवाई थी. अब इस केस में नया मोड़ आ गया है. ताजे मामले में फर्म मालिक गुरजीत सिंह चावला ने एफआईआर दर्ज कराई है.
फर्जी हस्ताक्षर से शुरू हुआ पेट्रोल पंप.
जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी के फर्जी हस्ताक्षर मामले में फंसे आरोपी राजेंद्र सिंह चावला पर सिपरी बाजार पुलिस ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है. थाना सीपरी बाजार के शिवनगर निवासी गुरजीत सिंह चावला ने राजेंद्र सिंह चावला पर रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वे जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी के फर्जी हस्ताक्षर मामले में फंसे हुए हैं. जमीन के अलावा अन्य मामलों में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
फर्जी हस्ताक्षर से शुरू हुआ पेट्रोल पंप. गुरजीत सिंह चावला बताते हैं कि सिंह कैरियर नाम से हमारे स्वर्गीय पिता जी काएक फर्म था. 2011 में जब उनकेपिता की मौत हो गई उसके बाद फर्म का पुनर्गठन नहीं किया गया. यदि फर्म का पुनर्गठन होता तो मैं भी उनका लीगल वारिषथा और मेरा भी नाम आना चाहिए था. जो पेट्रोल पंप मेरे पिता की मौत के बाद बंद हो गया था. उसे राजेंद्र सिंह चावला ने फर्जी दस्तावेज के जरिए 2018 में चालू कर लिया. इस मामले में जिला अधिकारी द्वारा चार लोगों के खिलाफ पहले भी एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है.
वहीं एसपी सिटी श्रीप्रकाश द्विवेदी का कहना है कि गुरजीत सिंह चावला द्वारा एक एफआईआर दर्ज कराई गई है, जो विवेचना के अधीन है. विवेचना के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उन के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.