लखीमपुर खीरी : जिला अस्पताल में एक बार फिर इंसानियत शर्मसार हो गई. बेटे की लाश को कंधे पर लेकर घंटों भटकने के बाद भी लाचार पिता को उसे ले जाने के लिए शव वाहन नहीं मिल सका. अस्पताल प्रशासन मूक बनकर बेबस बाप और उसके बेटे की मौत का तमाशा देखता रहा.
बेटे की लाश गोद में लेकर भटकता रहा लाचार बाप, अस्पताल ने नहीं दिया शव वाहन
यूपी सरकार स्वास्थय सेवाओं को बेहतर बनाने के वादे कर रही है, लेकिन खुद स्वास्थ्य विभाग सेवाओं को आम जन तक पहुंचाने में नाकाम साबित हो रहा है. आलम यह है कि जिला अस्पतालों में लोगों को शव वाहन के लिए भटकना पड़ रहा है.
बेटे की लाश लेकर भटकता रहा बाप.
क्या है पूरा मामला
- 25 जून को नीमगांव के रहने वाले तैयब खान के सात साल के बेटे सज्जाद की तबीयत बिगड़ गई थी.
- तैयब ने अपने बेटे को जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में भर्ती करा दिया.
- इलाज के दौरान सज्जाद ने दम तोड़ दिया.
- उसकी मौत के बाद तैयब को शव वाहन दिलाने के नाम पर घंटों इंतजार कराया गया.
- शव वाहन न मिलने से परेशान पिता बेटे की लाश को गोद में लेकर अस्पताल में चक्कर लगाता रहा.
- थक-हार कर पिता ने अपने एक रिशतेदार को फोनकर बाइक मंगाई और उस पर ही बेटे की लाश लेकर घर गया.
- घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इस मामले में सीएमएस से बात की गई है. जानकारी मिली है कि तैयब से शव वाहन के लिए इंतजार करने को कहा गया था, लेकिन वह नहीं माना. इसके बाद वह शव को खुद ही लेकर चला गया.
-डॉ. मनोज अग्रवाल, सीएमओ