देवरिया: जनपद के घटैला गाजी गांव में तेल पाइप परियोजना के विरोध में ग्रामीणों ने लामबंद होकर परियोजना का काम बाधित किया. किसान मुआवजे की राशि में बढ़ोत्तरी की मांग कर रहे थे. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी ने चौपाल किसानों की मांगें मान लीं, इसके बाद काम शुरू करवा दिया गया.
मुआवजे की मांग को लेकर देवरिया में किसानों ने रोका तेल पाइपलाइन परियोजना का काम. क्या है पूरा मामला
- बिहार के सिवान से बैतालपुर तक इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की तरफ से पाइपलाइन बिछाई जा रही है.
- साल 2013 में स्वीकृत यह परियोजना शुरू से ही काफी विवादों में रही है.
- बार-बार किसानों के विरोध के चलते इसका काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है.
- देवरिया के शहरी इलाकों से सटे गांव की जमीन से यह पाइपलाइन गुजर रही है.
- रविवार को घटैला गाजी और आस-पास के 9 गांव के किसानों ने एकजुट होकर इस परियोजना का काम रोक दिया.
- इस परियोजना के लिए किसानों से ली जा रही जमीन का मुआवजा 2013 के सर्किल रेट के हिसाब से दिया जा रहा है.
- ग्रामीणों का कहना है कि वे मौजूदा सर्किल रेट के हिसाब से ही मुआवजा चाहते हैं.
हरकत में आया जिला प्रशासन
- ग्रामीणों के काम रोकेने की खबर से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया.
- मौके पर पहुंचे एसडीएम शशिभूषण ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए.
- इसके बाद जिलाधिकारी खुद ग्रामीणों से मिलने पहुंचे और चौपाल लगाकर ग्रामीणों की शिकायतें सुनीं.
- सभी समस्याओं को सुलझाने का वादा करने के बाद ग्रामीण मान गए.
बरौनी से बैतालपुर तक यह पाइप लाइन जा रही है. इसे लेकर गांव के किसान विरोध कर रहे थे. उनका कहना था कि उन्हें जमीन का उचित मुआवजा मिलना चाहिए. काफी प्रयास के बाद प्रशासन ने तीन गुना मुआवजा देने की बात मान ली है. इससे किसानों को काफी राहत मिलेगी.
- विनय सिंह , किसान नेता
इंडियन ऑयल का पाइप लाइन का काम चल रहा है. इसके लिए मुआवजे को लेकर विरोध कर रहे किसानों को समझा दिया गया है. मुआवजा की राशि के अलावा इन गांव में जो विकास कार्य रुके हुए हैं उन्हें पूरा कराया जाएगा. साथ ही सोलर लाइट और पानी जैसी तमाम बुनियादी व्यवस्थाएं भी की जाएंगी.
अमित किशोर, जिलाधिकारी