एटा:थाना मारहरा क्षेत्र के गांव नगला इंदु में चार दिन पहले 38 वर्षीय किसान अतर सिंह की मौत हो गई थी. लोगों का कहना है कि किसान अतर सिंह तरबूज की फसल खराब होने और टमाटर की फसल का सही दाम न मिलने से तनाव में था. वहीं बैंक की कर्ज अदायगी को लेकर भी खासा परेशान था. इसी तनाव के कारण उसने आत्महत्या कर ली.
एटा: किसान के परिवार को आर्थिक मदद की दरकार - agriculture sector collapsed
यूपी के एटा जिले के नगला इंदु गांव में चार दिन पहले एक किसान ने आर्थिक तंगी के चलते खुदकुशी कर ली थी. वह लॉकडाउन में सब्जी की फसल खराब होने से तनाव में था. वहीं अब पीड़ित परिवार सरकारी मदद की आस लगाए बैठा है.
दरअसल, नगला इंदु गांव निवासी अतर सिंह के पास दो बीघे जमीन थी. इसके अलावा वह अपने दो भाइयों संग गांव के अन्य लोगों की जमीन बटाई पर लेकर खेती करता था. इस बार उसने तरबूज और टमाटर की फसल लगाई थी, जिसमें तरबूज की फसल खराब हो गई थी. वहीं टमाटर की फसल तो अच्छी हुई थी, पर लॉकडाउन के कारण टमाटर काफी सस्ता बिक रहा था. ऐसे में आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान अतर सिंह को परिवार का भरण-पोषण करने की चिंता सता रही थी. इस कारण उसने तनाव में आकर खुदकुशी कर ली. मृतक अपने पीछे तीन बच्चे और बुजुर्ग मां को छोड़ गया है. उनके परिवार को अब सरकारी मदद की दरकार है.
किसान के परिजनों को सांत्वना देने अधिकारी गांव पहुंचे थे. प्रधान प्रतिनिधि बबलू के मुताबिक गांव आए अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया है.