फिरोजाबाद: जनपद में कोविड संक्रमण काल में मरीजों को इलाज न मिलने या फिर बेंच पर बैठाकर इलाज किेए जाने जैसी डरावनी खबरों के बीच अब एक राहत भरी खबर भी है. जिला अस्पताल की इमरजेंसी का अस्थायी विस्तार हो गया है. अस्पताल परिसर में ही बनी टीवी वार्ड की निष्प्रयोज्य बिल्डिंग को अस्थायी इमरजेंसी बनाकर उसमें इलाज भी शुरू हो गया है. मरीजों को अब ठीक से इलाज मिल सकेगा.
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कई मरीजों की हुई मौत
बीते एक माह से कोविड पेशेंट की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. हालत यह हो गई है कि मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं. दिल्ली, यूपी समेत देश के कई राज्यों में इलाज का भी संकट है. यूपी के फिरोजाबाद जनपद में भी कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिल रही है. अस्पतालों की ओपीडी बंद होने से इमरजेंसी में मरीजों की भीड़ टूट रही है. ज्यादातर मरीज ऐसे आ रहे हैं, जिन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है और उन्हें तत्काल भर्ती कर इलाज की जरूरत होती है. ऐसे मरीज सबसे पहले इमरजेंसी में ही आते हैं. इमरजेंसी में बेडों की संख्या सीमित होने की वजह से मरीजों को बेंच पर लिटाकर या फिर बैठाकर उन्हें ऑक्सीजन लगाई जा रही थी. कई मरीजों को बेड और ऑक्सीजन न मिलने की वजह से इलाज नहीं मिला और उनकी मौत तक हो गई.
मरीजों को मिलेगा बेहतर उपचार
इमरजेंसी में बेडों की संख्या महज 16 है, लेकिन मरीजों की संख्या एक साथ या फिर दो तीन घंटे के अंतराल में 50 से भी अधिक हो जाती है. लिहाज मरीजों को सही से इलाज नहीं मिल पा रहा है. इसके लिए फिरोजाबाद के जिला अस्पताल में अस्थायी इमरजेंसी शुरू की गई है. टीवी अस्पताल के निष्प्रयोज्य वार्ड की दशा सुधारने के बाद उसमें 40 बेडों की व्यवस्था की गई है. इमरजेंसी शुरू भी हो चुकी है. इस संबंध में जिला अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डॉ. आलोक शर्मा ने कहा कि इस इमरजेंसी के शुरू होने से यहां आए मरीजों को बेहतर उपचार मिल सकेगा.