उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / briefs

एएमयू छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा गलत है: साफे किदवई

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों पर देशद्रोह का केस दर्ज होने के बाद एएमयू के जनसंपर्क विभाग के मेंबर इंचार्ज साफे किदवई का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई तथ्य नहीं है, जिससे छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा बनता हो. वहीं यूनिवर्सिटी सर्किल पर पुलिस बल तैनात है. जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने इंटरनेट पर लगे प्रतिबंध को आज हटा दिया है.

By

Published : Feb 14, 2019, 11:24 PM IST

साफे किदवई बोले, एएमयू के छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा गलत.

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आज का दिन शांतिपूर्ण रहा. वहीं यूनिवर्सिटी सर्किल पर पुलिस बल तैनात है. जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने इंटरनेट पर लगे प्रतिबंध को आज हटा दिया है. पूरे मामले पर जिला प्रशासन नजर रखे हुए है.

साफे किदवई बोले, एएमयू के छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा गलत.

एएमयू के जनसंपर्क विभाग के मेंबर इंचार्ज साफे किदवई ने बताया कि छात्र गुटों के बीच विवाद हुआ था. दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ मारपीट और अभद्रता का आरोप लगाया था. उन्होंने बताया कि इस मामले में 8 लोगों को निलंबित किया गया है. और जब तक जांच कंप्लीट नहीं होती है. विश्व विद्यालय कैंपस में प्रवेश पर रोक रहेगी. साफे किदवई ने कहा कि देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने के मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन जिला प्रशासन के संपर्क में है. उन्होंने बताया कि ऐसा कोई तथ्य नहीं है कि छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा लगाया जाए.

वहीं छात्र संघ ने आज राष्ट्रपति को संबोधित पत्र भेजा है. मेमोरेंडम के रूप में भेजे गए इस पत्र में छात्रसंघ ने कहा है कि कुछ लोग यूनिवर्सिटी को बदनाम करने के लिए टेररिस्ट के रूप में संबोधित करते हैं .जिससे कैंपस की शांति बिगड़ती है. छात्र संघ की तरफ से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि यह संस्था देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. पत्र में जिक्र है कि 2019 लोकसभा चुनाव के चलते इस विश्वविद्यालय को राजनीति का प्लेटफार्म बनाया गया है. छात्रसंघ की तरफ से कहा गया है कि एएमयू के विजिटर के रूप में महामहिम राष्ट्रपति महोदय को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में सकारात्मक रिस्पांस की अपेक्षा की है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details