लखनऊ: जल निगम का सीवर कार्य में मनमानी और विकास कार्यों को शुरू करने में हो रही देरी जैसे मुद्दे लखनऊ नगर निगम की सदन की बैठक में उठेंगे. लाइन खोदकर नई सड़क को बर्बाद कर रहे जल निगम के अधिकारियों से इस बार पार्षद सदन में सीधे जवाब मांगेंगे. 12 अक्टूबर को होने वाले सामान्य सदन में महापौर ने जल निगम के अधिकारियों को बुलाने का नगर आयुक्त को निर्देश दिया है.
लॉकडाउन लगने के बाद से अभी तक सामान्य सदन की बैठक नहीं हो सकी है. इस बार सामान्य सदन में हंगामा होने के आसार हैं. पिछली बार विशेष सदन में पार्षदों ने शहर की सड़कों को बदहाल करने के जिम्मेदार जल निगम के अधिकारियों को सदन में बुलाने की मांग की थी. उनका आरोप था कि जल निगम नई सड़क को बिना सोचे-समझे खोद दे रहा है. जब उनसे सड़क बनने से पहले सीवर लाइन डालने को कहा जाता है तो उस समय वह शांत रहते हैं. सड़क बनते ही खुदाई शुरू हो जाती है. बारिश में रोक के बाद भी सड़क खोदने का काम जारी रहा.
महापौर संयुक्ता भाटिया का कहना है कि जल निगम के अधिकारी इस बार सदन में मौजूद रहेंगे. इसके लिए नगर आयुक्त को पत्र भेजने को कहा गया है. नगर निगम की बेशकीमती जमीन को प्रॉपर्टी डीलर को देने के लिए प्रस्ताव दिया गया है. इंदिरा प्रियदर्शिनी वार्ड के पार्षद राम कुमार वर्मा की ओर से यह प्रस्ताव सदन में पास होने के लिए भेज दिया गया है. इसमें कहा गया है कि चांदन गांव की करीब 3290 वर्ग मीटर जमीन प्रॉपर्टी डीलर को दे दी जाय, क्योंकि यह अलग-अलग है और उसके बदले दूसरी जमीन ले ली जाय. जबकि यह कहा जा रहा है कि नगर निगम की जमीन की लोकेशन अच्छी है, इसीलिए प्रॉपर्टी डीलर की इस पर नजर है.