वाराणसी: नरेंद्र मोदी एक बार फिर से देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं. 2014 में वाराणसी से लगभग 3,71,000 वोटों से जीत हासिल कर जब वह पहली बार प्रधानमंत्री बने थे तब उनके संसदीय क्षेत्र की जनता को उनसे काफी उम्मीदें थी. काशी के लोगों को विश्वास था कि जब उनका सांसद देश का प्रधानमंत्री बन रहा है तो निश्चित है कि काशी विकास के पथ पर आगे बढ़ेगी. इन सबके बीच अब सवाल यह उठता है कि बीते 5 सालों में आखिर काशी को क्या मिला और आने वाले 5 सालों में काशी का क्या स्वरूप होने वाला है?
काशी में विकास को लेकर लोगों से चर्चा. यह सवाल उठना इसलिए भी लाजमी है क्योंकि 2019 लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 से भी बड़ी जीत हासिल की है. हालांकि, वाराणसी में बीते 5 सालों के दौरान कई नए काम हुए हैं और कई पुराने कामों को तेजी से खत्मकर विकास को गति देने का प्रयास किया गया है. इन सबके बीच हर काशीवासी की उम्मीद है कि अगले पांच सालों में पुराने अधूरे काम पूरे हो जाएं और साथ ही नए प्रोजेक्ट भी शुरू किए जाएं.
बीते पांच साल में वाराणसी को क्या मिला !
1. पर्यटन विकास और हेरीटेज कार्य
- टाउनहॉल री डेवलपमेंट प्रोजेक्ट, लागत- 202 करोड़
- दुर्गाकुंड से अस्सी घाट तक विकास के तहत हेरिटेज विकास कार्य, लागत- 154 करोड़
- पिपलानी कटरा से कबीरचौरा क्षेत्र में हेरिटेज वॉक का कार्य, लागत- 251 करोड़
- डिसेंट्रलाइज्ड वेस्ट टू एनर्जी पहाड़िया एसटीपी, लागत- 871 करोड़
- 7 पार्कों का सुंदरीकरण, लागत- 200 करोड़
- ह्रदय योजना के तहत हेरीटेज सड़क का निर्माण और मरम्मत, लागत- 792 करोड़
- ह्रदय योजना के तहत हेरीटेज पोल और लाइट प्रोजेक्ट, लागत- 2650 करोड़
- हृदय योजना के तहत 24 हेरीटेज सड़कों का निर्माण और मरम्मत, लागत- 2989 करोड़
- भारतरत्न स्वर्गीय उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के मकबरे का स्थल विकास कार्य, लागत- 30 करोड़
- सारनाथ पर्यटक आवास का उच्चीकरण, लागत- 70 करोड़
- बुद्धा थीम पार्क वाराणसी पर्यटन विभाग का कार्य, लागत- 256 करोड़
- सारंगनाथ पॉन्ड्स सारनाथ का सुंदरीकरण, लागत- 291 करोड़
- गुरुधाम मंदिर का संरक्षण एवं पर्यटन विकास, लागत- 82 करोड़
- मार्कंडेय महादेव मंदिर कैथी का विकास पर्यटन विभाग, लागत- 302 करोड़
- पंचकोशी यात्रा मार्ग का हेरिटेज डेवलपमेंट, लागत- 1579 करोड़
- गोदौलिया चौराहा की ओर जाने वाले मार्ग पर नए गेट का निर्माण एवं श्री काशी विश्वनाथ गली के पूर्व निर्मित प्रवेश द्वार का नवीनीकरण, लागत- 63 करोड़
2. स्वच्छ काशी की दिशा में विकास कार्य
- सामुदायिक शौचालय निर्माण फेज वन और टू, लागत- 893 करोड़
- सामुदायिक शौचालय निर्माण फेज-3 और 4, लागत- 4 650 करोड़
- चार तालाबों का सुंदरीकरण एवं सफाई कार्य, लागत- 840 करोड़
- स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगरिया स्वच्छता का सुदृढ़ करने के लिए वाहनों को लगाया गया, लागत- 706 करोड़
- ट्रांस वरुणा सीवरेज कार्य के अंतर्गत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट गोइठहा का निर्माण, लागत- 11800 करोड़
3. स्वास्थय सुविधाएं
- लहरतारा कैंसर हॉस्पिटल, लागत- 11100 करोड़
- कैंसर संस्थान बीएचयू में बाउंड्री वॉल आवासीय भवन एवं गेट निर्माण का कार्य, लागत- 745 करोड़
- गजोखर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण, लागत- 552 करोड़
- लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय रामनगर वाराणसी का उच्चीकरण, लागत- 79 करोड़
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आराजी लाइन में 30 बेड मेटरनिटी विंग का निर्माण, लागत- 277 करोड़
4. शिक्षा सुविधाएं
- आईआईटी बीएचयू में बाउंड्रीवॉल प्रवेशद्वार का कार्य 37 करोड़
- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छात्रावास का निर्माण कार्य, लागत- 170 करोड़
- राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज का निर्माण, लागत- 4229 करोड़
- वाराणसी महिला महाविद्यालय मार्ग का निर्माण
- पॉलिटेक्निक आईटीआई करौंदी वाराणसी में प्रशासनिक भवन का जीणोद्धार, लागत- 166 करोड़
- आईटीआई करौंदी वाराणसी में छात्रावास भवन का जीर्णोद्धार, लागत- 190 करोड़
- डॉक्टर भीमराव अंबेडकर क्रीड़ा संकुल लालपुर वाराणसी में छात्रावास भवन की मरम्मत और कैंपस में मिट्टी भराई का कार्य, लागत- 99 करोड़
- राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के नवनिर्मित चिकित्सालय प्रशासनिक एवं शैक्षिक भवन तथा महिला छात्रावास में सीटिंग अरेंजमेंट का कार्य, लागत- 219 करोड़
- 800 करोड़ की लागत से बीएचयू स्थित महा मना कैंसर संस्थान और 200 करोड़ की लागत से होमी भाभा कैंसर संस्थान का निर्माण कराया गया.
- राजकीय गर्ल्स डिग्री कॉलेज डीएलडब्ल्यू वाराणसी, लागत- 75 करोड़
5. ग्रामीण एवं शहरी विकास
- शहरी क्षेत्र के लिए वाराणसी जल आपूर्ति योजना फेज वन, लागत- 13979 करोड़
- मेगा डेस्टिनेशन के तहत वाराणसी के प्रमुख घाटों पर मूलभूत सुविधाएं, लागत-313 करोड़
- दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना, लागत- 8461 करोड़
- वाराणसी शहर के अंतर्गत आने वाली 13 ग्राम पंचायतों का कूड़ा संग्रह एवं उठान कार्य, लागत- 548 करोड़
- नगर निगम मुख्यालय पर सोलर प्लांट का निर्माण, लागत- 200 करोड़
- आसरा योजना जोहिला बजरिया भेलूपुर में नगरीय क्षेत्र का कार्य 107 करोड़
6. सड़क एवं पुल निर्माण
- मुस्तफाबाद रामपुर मार्ग पर सेतु
- बीएचयू प्रवेश द्वार के सामने से रामनगर मार्ग पर गंगा नदी सेतु, लागत- 8474 करोड़
- धानापुर चहनिया मार्ग के बलुआ घाट पर गंगा नदी सेतु, लागत- 8513 करोड़
- मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन के बीच समपार रेल ऊपरीगामी सेतु, लागत- 3916 करोड़
- श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर योजना, लागत- 380 करोड़
- स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के 60 से ज्यादा चौराहों को स्मार्ट बनाए जाने की दिशा में स्मार्ट कंट्रोल रूम का कार्य, लागत- 125 करोड़
- रामनगर डोमरी में हेलीपैड का निर्माण कार्य, लागत- 494 करोड़
- लहरतारा बीएचयू मार्ग पर फुटपाथ का निर्माण, लागत- 2099 करोड़
- राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 7 पड़ाव रामनगर मार्ग पर मरम्मत एवं सुदृकरण एवं नवीनीकरण का कार्य, लागत- 316 करोड़
- रिंग रोड फेज वन वाराणसी बाईपास का कार्य, लागत- 759 करोड़
- रिंग रोड फेज 2 का कार्य, लागत- 354 करोड़
अगले पांच साल में काशीवासियों को है इन विकास कार्यों की उम्मीद
- रिंग रोड के किनारे 250 हेक्टेयर में नई काशी बनाए जाने की योजना
- मल्टी स्टोरी पार्किंग के साथ शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए मेट्रो और मोनो रेल प्रोजेक्ट की शुरुआत
- अमृत योजना के तहत पीने के पानी की उत्तम व्यवस्था
- श्री विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट के सेकंड फेज की शुरूआत
- स्वास्थ्य और शिक्षा की दृष्टि से और भी बेहतर कार्य करने के लिए पुराने अस्पतालों का पुनर्विकास
- बेहतर शिक्षा के लिए नए इंस्टीट्यूट की स्थापना के साथ-साथ वाराणसी में मौजूद यूनिवर्सिटी में बेहतर शिक्षा की व्यवस्था
- बाबतपुर एयरपोर्ट से काशी हिंदू विश्वविद्यालय और राजघाट से मुगलसराय तक मोनोरेल और मेट्रो रेल
- स्मार्ट सिटी योजना के तहत 18 करोड़ों की लागत से गोदौलिया चौराहे पर मल्टी स्टोरी पार्किंग की व्यवस्था
- आईपीडीएस योजना के तहत शहर के बचे हुए हिस्से में अंडरग्राउंड वायरिंग
- गुजरात की तर्ज पर गंगा नदी के किनारे के घाटों को रिवरफ्रंट के रूप में डिवेलप करने की योजना