कानपुर: जिले के एक गुरुद्वारे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते एक जोड़े ने शादी की. इस शादी में दोनों पक्षों से लगभग तीस रिश्तेदार शामिल हुए. गुरुद्वारे में प्रवेश से पहले वर-वधू और उनके साथ आये रिश्तेदारों की थर्मल स्क्रीनिंग कराने के बाद उनको सैनिटाइज किया गया. सामूहिक जगहों पर संक्रमण का खतरा अधिक रहता है, इसलिए कोरोना काल में होने वाली शादियों में भीड़ इकट्ठा करने की छूट नहीं दी गई है.
गुरुग्रंथ साहिब के सामने लिए फेरे
कोरोना महामारी को देखते हुए सामूहिक शादी समारोह पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन अनलॉक 1.0 में कुछ शर्तो के साथ शादी समारोह आयोजित करने की छूट दी गयी है. हालांकि कोरोना का कहर अभी थमा नहीं है. इसलिए लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों पर शादी करने के बजाय धर्म-स्थलों पर शादी कर रहे हैं. कुछ ऐसी ही तस्वीरें देखने को मिली कानपुर में जहां किदवई नगर में बने बाबा नामदेव गुरुद्वारे में हिमांशु भाटिया और पलक बेदी ने गुरुग्रंथ साहिब के सामने फेरे लेकर शादी की.
कानपुर में एक जोड़े ने सादगी के साथ गुरुद्वारे में की शादी
यूपी के कानपुर जिले में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक जोड़े ने गुरुद्वारे में शादी रचाई. शादी में वर-वधू पक्ष के 30 लोग शामिल हुए.
लोगों को किया गया सैनिटाइज
फेरे होने के बाद वर-वधू ने गुरुद्वारे के बाहर एक दूसरे को जयमाला पहनाई. गुरुद्वारे में प्रवेश से पहले वर-वधू और उनके साथ आये रिश्तेदारों की थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद उनको सैनिटाइज किया गया. गुरुद्वारे के भीतर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी रस्मों रिवाजों को पूरा किया गया.
दुल्हन पलक का कहना है कि कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इस तरह से शादी होगी. गुरुद्वारे के सेवादार नीतू सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विवाह कराया गया है. उनका कहना है कि आने वाले समय में फिजूल खर्ची से बचने के लिए इस तरह के विवाह काफी बेहतर रहेंगे.