गोरखपुर: यूपी पुलिस के दारोगा भर्ती परिणाम में महिला वर्ग में प्रदेश में पहला स्थान पाने वाली गोंडा जिले की बेटी अमृता सरकार का 5 मार्च का दिन बेहद खास बन गया. अमृता को मिली इस सफलता के लिए गोरखपुर में एक कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों सार्वजनिक मंच से सम्मानित किया गया.
अमृता सरकार को मुख्यमंत्री के हाथों मिला सम्मान. अमृता सरकार गोंडा जिले की रहने वाली हैं. अमृता किसान परिवार की बेटी हैं. पिता अरुण कुमार खेती किसानी करते हैं, लेकिन बेटियों की पढ़ाई के लिए वह पूरी तरह फिक्रमंद और समर्पित रहे हैं. बेटी पढ़ाई में अव्वल थी तो पिता का भी उत्साह मजबूत था. इसलिए वह अमृता को पढ़ाते गए और अमृता साइंस से ग्रेजुएट हुई.
पिता ने पुरजोर कोशिश की तो बिटिया ने भी अपने लगन का ऐसा परिणाम दिखाया की बाप का सीना चौड़ा हो गया. अमृता की सफलता को प्रदेश के मुखिया ने भी सम्मान देकर हौसला बढ़ा दिया. सीएम के हाथों सम्मानित होकर अमृता बेहद गदगद हैं. वह कहती हैं कि दारोगा की परीक्षा पास कर सभी लड़कियों को यह बताना चाहती हूं कि कभी भी खुद को कमजोर न समझें. उसने कहा कि लक्ष्य अभी और बड़ा है, जिसकी पहली सीढ़ी भी वह सफलतापूर्वक पार कर चुकी है.
बेटियां, बेटों से कम नहीं इस बात को अमृता की सफलता ने एक बार फिर चरितार्थ कर दिया है. उसके हौसले और संदेश ने समाज को यह बताने की कोशिश की है कि पतंग की डोर अगर सही ढंग से संभाली जाए तो उसे आसमान छूने में देर नहीं लगती.
अमृता जब सीएम के हाथों सम्मानित हो रही थीं तो सभागार में बैठे हुए लोगों की तालियां पूरे जोश के साथ उसका उत्साह बढ़ा रही थीं. अमृता के पिता ने कहा कि उसकी बेटी को अभी और जितना पढ़ने की इच्छा हो वह पढ़े तो मैं पढ़ाता रहूंगा. अपने किसान पिता के साथ सम्मान लेने पहुंची. अमृता को पुरस्कार स्वरूप एक लैपटॉप मिला.