अमरोहा: जिले के गजरौला हाईवे-9 के किनारे स्थित प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक किसान क्रेडिट कार्ड पर अनाधिकृत रूप से लगाए जा रहे चार्ज को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने धरना-प्रदर्शन किया.
जनपद के प्रथमा बैंक पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक पर किसानों से बैंक की ओर से क्रेडिट कार्ड पर अवैध रूप से लगाए जा रहे चार्ज को लेकर जोरदार धरना प्रदर्शन किया. इसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह ने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वह मांगें पूरी होने तक धरना-प्रदर्शन और जोरदार आंदोलन करेंगे.
अमरोहा: ग्रामीण बैंक में घोटाले को लेकर भारतीय किसान यूनियन का धरना
उत्तर प्रदेश के अमरोहा में भारतीय किसान यूनियन ने धरना प्रदर्शन किया. ये धरना-प्रर्दशन यूपी ग्रामीण बैंक किसान क्रेडिट कार्ड पर अनाधिकृत रूप से लगाए जा रहे चार्ज को लेकर किया गया.
भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि नाबार्ड और केंद्र सरकार की ओर से किसानों को कृषि ऋण पर 4 पर्सेंटेज वार्षिक ब्याज की दर से दिए जाते हैं. साथ ही किसी भी प्रकार के चार्ज की भी मनाही है. इसके बावजूद भी बैंक की ओर से कृषि ऋण कांटों पर सिविल चार्ज, इंस्पेक्शन चार्ज, किरप चार्ज, प्रोसेसिंग चार्ज समेत कई अन्य चार्ज लगाये जा रहे हैं. इसकी अतिरिक्त खाता धारकों से दबाव पूर्वक रेलीगेयर, पीएनबी मेटलाइफ, बजाज अलायंज, फ्यूचर जनरल इंश्योरेंस नामक प्राइवेट कंपनी की प्रीमियम रिश्वत के रूप में काटी जा रही है.
भारतीय किसान यूनियन ने आरोप लगाया कि किसान के ऋण खाता बंद होने के बाद मिलने वाली सब्सिडी कृषक के संबंधित बचत खाते में नहीं दी जाती. बैंकों के कर्मचारियों की ओर से ही हजम कर ली जाती है. सभी शाखाओं की ओर से कृषि ऋण धारकों का शोषण हो रहा है. सरकार को चेतावनी पूर्वक अनुरोध करते हुए चौधरी दिवाकर सिंह ने कहा की बैंक खाता धारक किसानों का शोषण तत्काल बन्द करें और पहले की भांति प्रथमा बैंक किसान के विकास सहयोग करें.
अगर ऐसा नहीं होता तो संगठन आज की तरह प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक प्रत्येक बैंक पर धरना-प्रदर्शन के आंदोलन करेगा, जिसकी पूर्ण रूप से जिम्मेदारी बैंक के प्रबंधक को होगी. धरना प्रदर्शन में उपस्थित रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह, चौधरी धर्मवीर सिंह, जिला संरक्षण सत्यपाल सिंह समेत कई लोग रहेंगे.