लखनऊ: राजधानी के कई क्षेत्रों में शौचालय की काफी समस्या देखने को मिल रही है. मुख्यमंत्री आवास से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर भिटौली खुर्द में कई घरों में शौचालय नहीं दिए गए हैं. वहीं कहीं-कहीं पर शौचालय तो मिल गए हैं लेकिन उनमें दरवाजे नहीं लगे हैं और न ही प्लास्टर किया गया है.
भिटौली खुर्द गांव में शौचालय की हालत जर्जर. लखनऊ के भिटौली खुर्द गांव में शौचालय की स्थिति बहुत ही जर्जर हो गई है. इन शौचायल को देखकर ऐसा लगता है कि आज या कल वह गिर जाएंगे. ऐसे में कैसे कहा जा सकता है कि सभी को शौचालय पूर्ण रूप से दे दिए गए हैं.
गांव में मौजूद बजरंग ने बताया कि हमें शौचालय नहीं दिया गया है. उसने बताया कि जब प्रधान से इसकी शिकायत की तो प्रधान ने यह कहकर टाल दिया कि आपके पास बनवाने के लिए जगह ही नहीं है तो आप शौचालय लेकर क्या करेंगे. वहीं इस मुद्दे में कुछ महिलाओं से बात की गई तो महिलाओं का कहना है कि हमें भी शौचालय अभी नहीं आवंटित किए गए हैं. हम लोगों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है, जिससे काफी समस्याएं होती हैं.
वहीं दूसरी तरफ खुर्द में रहने वाली महिला ने बताया कि हमारे खाते में शौचालय के नाम पर सिर्फ आठ हजार रुपये ही आए हैं, जबकि सरकार शौचालय के लिए 12 हजार देती है. इसकी शिकायत जब अधिकारियों से की गई तो उन अधिकारियों ने कहा की इतने ही पैसे आते हैं.