लखनऊ: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत शनिवार को मध्य कमान सेना चिकित्सा कोर केंद्र के आयोजित मेडेक्स 2019 के समापन कार्यक्रम में शिरकत करने लखनऊ पहुंचे. यहां उन्होंने मेडेक्स के आयोजन के लिए आसियान सेक्रेट्रीएट के साथ ही भारत और म्यांमार के प्रयासों की सराहना की. बिपिन रावत ने कहा कि आसियान सेक्रेटेरिएट के सहयोग के बिना इतना बड़ा कार्यक्रम संभव नहीं था.
सेना प्रमुख विपिन रावत पहुंचे 'मेडेक्स' के समापन पर, जवानों को दी बधाई
आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत मेडेक्स 2019 के समापन कार्यक्रम में आसियान सेक्रेट्रीएट के साथ ही भारत और म्यांमार के प्रयासों की सराहना की.उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा किसी भी देश में कभी भी आ सकती है. कोई एक देश प्राकृतिक आपदा का सामना अकेले नहीं कर सकता सभी के सहयोग की जरूरत होती है.
जनरल बिपिन रावत ने मेडेक्स कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा किसी भी देश में कभी भी आ सकती है. कोई एक देश प्राकृतिक आपदा का सामना अकेले नहीं कर सकता सभी के सहयोग की जरूरत होती है. ऐसे में मेडेक्स जैसे आयोजन से काफी लाभ मिलता है. सभी देशों की सेनाएं एक-दूसरे से कुछ न कुछ सीखती हैं और जरूरत पड़ने पर यही काम आते हैं. उन्होंने इस आयोजन में शामिल होने वाले सभी 18 देशों के जवानों को बधाई दी. उन्होंने इस मौके पर मध्य कमान के लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्णा और लेफ्टिनेंट जनरल एएमसी मोन्मय गांगुली की इस आयोजन के लिए तारीफ भी की. साथ ही जनरल बिपिन रावत ने न्यूजीलैंड के क्राइस्ट चर्च में हुई घटना पर अफसोस जताते हुए दुख व्यक्त किया.
मेडेक्स 2019 के समापन अवसर पर नार्थ ईस्ट के जवानों ने अपनी प्रतिभा का भी प्रदर्शन किया. इस मौके पर भारतीय सेना के पैरा मोटर्स के जाबांजों ने आसमान में उड़ते हुए हैरत अंगेज प्रदर्शन किया. उनके इस एडवेंचर्स को देख कर कार्यक्रम में मौजूद सभी अधिकारियों ने तालियां बजाकर उत्साहवर्धन किया. इस कार्यक्रम में 18 देशों की सेना के जवानों शामिल हुए. उन्होंने भूकंप और किसी फैक्ट्री में विस्फोट के बाद होने वाले रासायनिक रिसाव पर काबू पाया जाए और बख्शी का तालाब में एयरक्राफ्ट के जरिए अस्पताल स्थापित करने के साथ ही कैजुअल्टी को कैसे हैंडल करें इसका अभ्यास किया. कार्यक्रम में म्यांमार के सेना के उच्चधिकारियों समेत सेक्रेट्री, आसियान भी उपस्थित रहे.