नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक शुरू हो चुकी है. संसद में आयोजित इस बैठक में एक देश एक चुनाव की संभावना पर चर्चा हुई. टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी, बसपा प्रमुख मायावती, आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस मीटिंग में शामिल नहीं हुए, जबकि टीआरएस प्रमुख केसीआर ने निजी कारणों के चलते बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया.
'एक देश-एक चुनाव' पर मीटिंग से विपक्ष आउट, जानें कैसी रही पार्टियों की प्रतिक्रिया - पीएम नरेंद्र मोदी
एक देश-एक चुनाव के मुद्दे पर सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से बड़ी पहल कर दी गई है. इसके लिए पीएम मोदी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. बैठक में सभी पार्टियों को शामिल होने का न्योता दिया गया था. हालांकि, कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया.
'एक देश-एक चुनाव' के मुद्दे पर पीएम की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक.
कौन-कौन रहे मौजूद
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला, जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, असुदद्दीन ओवैसी, एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान, एसएडी के सुखवीर बादल और वाईएसआर कांग्रेस के जगनमोहन रेड्डी बैठक में शामिल हुए. इसके अलावा बीजेडी अध्यक्ष और उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी बैठक में हिस्सा लिया.
उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 'एक देश एक चुनाव' की अवधारणा का समर्थन किया. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था देश के विकास के हक में है. इसे ध्यान में रखते हुए हमारी पार्टी इस प्रस्ताव का समर्थन कर रही है.
अखिलेश यादव ने कहा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पीएम की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में शामिल नहीं हुए. उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दों की बजाय सरकार को विकास कार्यों पर ध्यान देना चाहिए. साथ ही चुनाव में जनता से किए गए वादों को पूरा करने पर जोर देने की जरूरत है. 'एक देश-एक चुनाव' के प्रस्ताव पर कई पार्टियां कभी तैयार नहीं होंगी.
डी. जयाकुमार ने कहा
एआईएडीएमके विधायक एवं तमिलनाडु सरकार में मंत्री डी. जयाकुमार ने कहा कि इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श की जरूरत है. इस मुद्दे पर तमाम मुश्किले हैं. इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक में हमारी पार्टी की ओर से अपना पक्ष रखा गया.