लखनऊ: राजधानी के विभूति खंड पुलिस ने उपभोक्ताओं से जमीन के नाम पर इन्वेस्ट कराने के मामले में पांच जालसाजों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. यह जालसाज लोगों को जमीन में पैसा इनवेस्ट कराकर उनको अच्छा रिटर्न का प्रलोभन देकर अपना शिकार बनाते थे, लेकिन उपभोक्ताओं को न तो उनका इन्वेस्ट किया हुया रुपया मिलता न ही उसका ब्याज. पुलिस ने प्रदीप नामक युवक के शिकायती पत्र पर मुकदमा दर्ज कर जांच करने के बाद कंपनी में काम कर रहे पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस कंपनी के डायरेक्टर समेत अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है.
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ठग हुए गिरफ्तार
विभूतिखंड इलाके में डायरेक्टर रेख चंद्र मौर्या अपने साथियों के साथ मिलकर केडीएल मेट्रो सिटी इंफ्राडेवेलपर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से अपना आफिस चलाते हैं. जहां पर इनके आफिस में बैठने वाले कर्मचारी लोगों को फोन कर कंपनी में निवेश करने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूलते थे. साथ ही उनको इस निवेश के नाम पर अधिक मुनाफा का प्रलोभन दिया करते थे. इसी बीच इस कंपनी के डायरेक्टर ने अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों से लगभग 50 करोड़ से अधिक की ठगी की थी और कंपनी बंद कर फरार हो गए थे.
आरोपियों को जल्द किया जाएगा गिरफ्तार
इंस्पेक्टर विभूति खंड चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि केडीएल मेट्रो सिटी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर रेख चंद मौर्या अपने साथी रामा यादव, अनिल यादव, अरुणेश सिंह, मीनाक्षी तिवारी और पूनम तिवारी के साथ मिलकर कंपनी चला रहे थे. जहां पर इन्होंने कुछ कर्मचारी रख रखे थे. जिनके द्वारा कस्टमर को फोन कर उनसे जमीन के नाम पर निवेश करवाया जाता था. आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है, लेकिन अभी मुख्य आरोपी फरार चल रहे हैं. इंस्पेक्टर ने बताया कि गिरफ्तार हुए आरोपियों की पहचान रजनीश मौर्या, आनंद मौर्या, बृजेश यादव, संजय सिंह व संतोष पटेल के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि पकड़े गए आरोपी उस कंपनी में कर्मचारी हैं, जो कस्टमर को कंपनी में निवेश कराते थे. उन्होंने कहा फरार हुए आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.