हाथरस: कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच फंसे ईंट भट्ठों पर काम करने वाले 1,724 मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से नवादा (बिहार) के लिए रवाना किया गया है. मंगलवार की शाम हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन से मजदूरों और उनके परिवारिक सदस्यों को लेकर ट्रेन रवाना हुई. इन मजदूरों के स्टेशन पहुंचने पर थर्मल स्कैनिंग हुई और खाने के पैकेट देकर रवाना कर दिया गया.
हाथरस: 1724 प्रवासी श्रमिकों को स्पेशल ट्रेन से भेजा गया बिहार
यूपी के हाथरस जिले के विभिन्न ईंट भट्ठों पर काम करने वाले 1,724 मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से नवादा (बिहार) के लिए रवाना किया गया है. अब बरसात का मौसम नजदीक आने से ईंट बनाने का काम ठप हो गया है. इस वजह से भी मजदूरों को उनके घर भेजा जा रहा है.
जिले में कई ईंट भट्ठों पर बिहार के हजारों मजदूर काम करते थे. लॉकडाउन में इन मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का कोई विशेष संकट तो नहीं रहा, क्योंकि भट्ठा मालिक इनके खाने-पीने का इंतजाम करते रहे थे. लेकिन दूसरे प्रदेश में फंसे यह मजदूर अनलॉक में अपने घरों को जाना चाहते थे. इसलिए ईंट भट्ठा मालिकों और प्रशासन के सहयोग से उनको घर भेजने की व्यवस्था की गई, जिसके तहत मंगलवार को 1,724 श्रमिकों को उनके परिवार सहित बिहार के नवादा जिला भेजा गया है. अपने घर जाते यह मजदूर खुश नजर आ रहे थे.
अब मानसून की वजह से ईंट की पथाई का काम न हो पाने की वजह से प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजा जा रहा है. हालांकि कुछ भट्ठा मालिक अभी भी इन मजदूरों को रोकने की कोशिश में थे. जिलाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि बुधवार को शेष मजदूरों को बिहार भेजने के लिए ट्रेन जाएगी.