लखनऊ : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के लखनऊ दौरे का आज चौथा दिन था. जिस पर उम्मीद थी कि वह कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगी, लेकिन पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर प्रियंका गांधी ने राजनीतिक चर्चा करने से मना कर दिया. जिसके चलते तमाम सवालों के जवाब अधूरे रह गए. जहां एक ओर प्रियंका गांधी के लखनऊ दौरे से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के गठबंधन को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं.
प्रियंका के लखनऊ दौरे का असर, शुरू हुई गठबंधन को लेकर चर्चाएं - rahul gandh
2019-02-15 01:21:21
प्रियंका के लखनऊ दौरे का असर, शुरू हुई गठबंधन को लेकर चर्चाएं
प्रियंका गांधी के दौरे के चौथे दिन सुबह से ही कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के बीच गठबंधन को लेकर चर्चाएं होती रही. एक ओर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में कांग्रेस और सपा के गठबंधन चर्चा का विषय बना रहा और कांग्रेसी गठबंधन के बाद राजनीतिक समीकरणों का गठजोड़ बिठाते रहे. वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेताओं में भी गठबंधन को लेकर उत्साह महसूस किया गया. हालांकि गठबंधन को लेकर कांग्रेस की ओर से किसी भी बड़े नेता का कोई बयान नहीं आया.
कांग्रेस कार्यालय पर कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन चर्चा का विषय बना रहा. इस दौरान कांग्रेस कार्यालय पर मौजूद कार्यकर्ता गठबंधन को लेकर चर्चा करते हुए नजर आए. यह चर्चा भी हुई की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने प्रियंका गांधी को फोन कर मिलने के लिए समय मांगा. जिसके बाद प्रियंका गांधी ने शिवपाल को चार दिन बाद का समय दिया है. वहीं जब इस बारे में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रवक्ता सीपी राय से बातचीत की गई तो उन्होंने शिवपाल द्वारा प्रियंका को फोन करने की बात को नकार दिया. हालांकि, सीपी राय ने यह जरूर कहा कि पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत जरूर हो रही है.
गुरुवार को जहां कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को लेकर खूब चर्चाएं हुईं. वहीं कांग्रेस कार्यालय पर यह चर्चा भी हुई कि समाजवादी पार्टी और बसपा भी कांग्रेस को गठबंधन में शामिल करने के लिए विचार कर रही हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी और बसपा की ओर से पहल को लेकर कांग्रेस नेताओं से जब सवाल किए गए तो किसी नेता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.