लखनऊ : मोदी सरकार आज अंतरिम बजट पेश करेगी. हालांकि सरकार पहले ही यह स्पष्ट कर चुकी है कि यह बजट वित्तीय वर्ष 2019-20 का पूर्ण बजट नहीं होगा. बावजूद इसके चुनावी साल होने से विभिन्न वर्गों को केंद्र सरकार से काफी उम्मीदें हैं.
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की अनुपस्थिति में वित्त मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे पीयूष गोयल आज अंतरिम बजट पेश करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार की यह बजट मध्यम वर्ग, किसानों और युवाओं के लिए रियायत लेकर आ सकती है.
यूपी वालों को बजट से क्या उम्मीद
मोदी सरकार के इस अंतरिम बजट पर देश के किसानों , महिलाओं, युवाओं और व्यापारियों को पूरी उम्मीदें हैं. सूबे का किसान चाहता है कि उसे उसकी उपज का सही समर्थन मूल्य मिले. वहीं सरकारी कर्मचारी और मध्यम वर्ग के लोगों को आम बजट से उम्मीद है कि मोदी सरकार इस बार आयकर छूट की सीमा ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख करेगी.
मध्यम वर्ग और किसानों के अलावा छोटे और मंझोले व्यापारियों को भी मोदी सरकार के इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. जीएसटी के बाद पैदा हुई स्थिति से जूझ रही यूपी के उधोगपतियों और छोटे व्यापारियों को उम्मीद है कि सरकार अपने बजट में राज्य में बंद पड़ी फैक्ट्रियों को फिर से चालू करने के लिए कोई नीति बनाएगी.
बढ़ाई जाए आयकर सीमा
चुनावी साल में केंद्र सरकार की अंतरिम बजट से भारतीय करदाताओं को सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं. करदाता यह उम्मीद जता रहे हैं कि आयकर सीमा ढ़ाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दी जाए. वहीं जीएसटी स्लैब से भी व्यापारियों को उम्मीद है कि 28 फीसदी का स्लैब हटाया जाए.