साल 2018 के मुकाबले इस साल आधी हुई बारिश
प्रदेश में मानसून सक्रिय हुए भले ही कई दिन बीत गया हो. लेकिन नागौर का अधिकांश इलाका आज भी मानसून की एक अच्छी बारिश की राह देख रहा है. नतीजा, खरीफ फसलों की बुवाई भी लक्ष्य के अनुरूप नहीं हुई है, जिन इलाकों में मानसून से पहले की बारिश में किसानों ने बुवाई कर दी थी. वहां भी अब किसान चिंतित हो रहे हैं.