कारगिल विजय दिवस: पत्नी ने शहीद से किया वादा निभाया, बेटे को सेना में भर्ती करवाया - Rajasthan Hindi News
खेतड़ी उपखण्ड के बेसरड़ा निवासी शहीद रामकरण सेन ने भी कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देकर जिले का नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया. शहीद की वीरांगना संतोष देवी ने अपने पति के वादे को पूरा करने के लिए अपने बेटे राजकुमार को भी सेना में भर्ती करवाया. ग्रामीणों ने शहादत को नमन करने के लिए गांव के मुख्य द्वार पर शहीद रामकरण सेन की प्रतिमा लगा रखी है. बता दें, शहीद रामकरण सेन का जन्म 1 नवंबर 1961 को हरियाणा सीमा से सटे और खेतड़ी उपखण्ड के गांव बेसरडा में हुआ था. 28 सितंबर 1979 को सेना में भर्ती होकर राजपूताना राईफल्स रेजीमेंट में शामिल हुए. 4 जून 1999 को कारगिल के युद्ध में शहीद हो गए.