आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम, समाज को आगे बढ़ाने पर चिंतन... नृत्य प्रस्तुतियों में झलकी सांस्कृतिक विरासत
आज यानि (9 अक्टूबर) को विश्व आदिवासी दिवस है. इस मौके पर आदिवासियों की मौजूदा हालात, समस्याएं और उनकी उपलब्धियों पर चर्चा हो रही है. प्रकृति के सबसे करीब रहने वाले आदिवासी समुदाय ने कई क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाई है. संसाधनों के आभाव में भी समुदाय के लोगों ने अपनी एक खास पहचान बनाई है. गीत-संगीत-नृत्य से हमेशा ही समुदाय का एक गहरा लगाव होता है. वहीं इस मौके पर करौली, दौसा और जालोर जिले के रानीवाड़ा में आदिवासियों ने विश्व आदिवासी दिवस को बड़े ही धूमधाम से मनाया. कार्यक्रम में आदिवासी समाज से आने वाले जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे.