किसी के दिल की मायूसी... जैसे ही कुमार विश्वास ने यह पंक्तियां पेश की तो श्रोता बोल उठे वाह-वाह, शानदार
बांसवाड़ा में भगवान आदिनाथ पंचकल्याणक महोत्सव के चौथे दिन आयोजित कवि सम्मेलन में खूब रंग जमा. करीब 10 साल बाद बांसवाड़ा पहुंचे विख्यात शायर और कवि कुमार विश्वास को सुनने के लिए बांसवाड़ा ही नहीं बल्कि आसपास के शहरों से भी लोग का भी हुजूम उमड़ पड़ा. जैसे ही वो मंच पर पहुंचे तो पूरा पांडाल तालियों की गड़गड़ाहट से उनके स्वागत में गुंजायमान हो उठा. इतना ही नहीं उन्होंने एक के बाद एक काव्य प्रस्तुतियों पर श्रोताओं की जमकर दाद बटोरी.