पहली रथयात्रा में धूमधाम से नगर भ्रमण पर निकले श्रीधर भगवान...
भीण्डर. प्रसिद्ध श्रीधर भगवान मन्दिर से पहली बार रथ यात्रा का आयोजन किया गया. रथ यात्रा में बड़े, बुर्जुग, बच्चे सहित समाज के हर वर्ग ने योगदान देकर यह साबित कर दिया कि श्रीधर भगवान की रथ यात्रा प्रति वर्ष दोगुने उत्साह से निकाली जाएगी. दोपहर करीब 3 बजे मन्दिर से शुरू हुई रथयात्रा में राजशाही ठाठ-बाट में सबसे आगे पांच अश्व, तीन बगियों में राम-हनुमान, राधा-कृष्ण की झांकियां सुशोभित थी, इनके पीछे डीजे पर सैकड़ों श्रद्धालु नाचते-गाते चल रहे थे. रथ में चांदी के बेवाण में भगवान श्रीधर की प्रतिमा शोभायमान थी. इनके पीछे एक बग्घी में श्रीधर भगवान की झांकी सजा रखी थी. रथयात्रा मन्दिर से रवाना होकर नगर के प्रमुख मार्ग मोचीवाड़ा, बाहर का शहर, रामपोल बस स्टेण्ड, हॉस्पिटल रोड, सुरजपोल चौराह, नृसिंह भगवान मन्दिर, सदर बाजार, सर्राफा बाजार, रावलीपोल होते हुए पुनः मन्दिर प्रागंण पर पहुंची. जहां शाम 7 बजे महाआरती की गई. इसके भगवान को पुनः मन्दिर में विराजित किया गया. रथ यात्रा का नगर में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा व चढ़ावे के साथ स्वागत किया.