शीतलाष्टमी पर शीतला माता के दरबार में उमड़ा भक्तों का सैलाब, माता को ठंडे पकवानों का लगाया भोग - जयपुर
होली के बाद मौसम में परिवर्तन होता है और शीत ऋतु से ग्रीष्मकाल आने की आहट होने लगती है. इसलिए शीतला माता के स्वरूप को शीतलता प्रदान करने वाला माना जाता है. माता का स्वरूप कुछ ऐसा है कि वह गर्दभ यानी गधे पर सवार होती हैं.