उदयपुर रेलवे स्टेशन विकसित हो रहा है इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर उदयपुर.देश-दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर झीलों की नगरी उदयपुर में स्थित रेलवे स्टेशन को इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. उदयपुर रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त करने के लिए पुनर्विकास कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. यहां यात्रियों को वर्ल्ड क्लास स्टेशन की अनुभूति होगी. जिसे 354 करोड रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है. विकास कार्यों पूरे होने के बाद स्टेशन पर नजर आएगी हेरिटेज और लोक कला कृति की झलक. साथ ही मेवाड़ का इतिहास भी नजर आएगा. इसके अलावे यहां मेवाड़ की झलकियां और हेरिटेज लुक में नजर आएगा महाराणा प्रताप का योगदान.
उदयपुर का रेलवे स्टेशन दिखाएगा मेवाड़ की झलकियां मेवाड़ के लोग संस्कृति और हेरिटेज लुक नजर आएगा :इंडियन रेलवे लगातार अपने स्टेशनों को अत्याधुनिक बनाने की कवायद में जुटा है. इसी कड़ी में उदयपुर रेलवे स्टेशन की जल्द ही कायापलट होने वाली है. खास बात यह है कि 354 करोड रुपए की लागत से इस स्टेशन के पुनर्विकास में मेवाड़ की झलकियां यहां से गुजरने वाले मुसाफिरों को स्वाभिमान की अनुभूति कराएगी. रेलवे के मुताबिक वे लोग इस स्टेशन के विकास के बीच मेवाड़ की हेरिटेज और लोक कलाकृतियों की झलक भी दिखाएंगे. स्टेशन से गुजरने वाले लोगों को मेवाड़ का इतिहास भी नजर आएगा.
उदयपुर का रेलवे स्टेशन का एरियल दृश्य इस गौरवशाली अतीत के बीच महाराणा प्रताप और उनका संघर्ष मेवाड़ी संस्कृति लेक सिटी आने वाले सैलानियों के लिए नया अनुभव प्रदान करेंगे. उदयपुर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है और प्रमुख टूरिज्म प्लेस है. इसलिए उदयपुर की स्थापत्य शैली और विरासत की झलक री-डेवलप रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग पर देखने को मिलेगी. इसे हेरिटेज लुक में विकसित किया जाएगा. स्टेशन की मॉडर्न फैसिलिटी वाली नई बिल्डिंग बनेगी.
ऐसा दिखेगा उदयपुर रेलवे स्टेशन उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार महाप्रबन्धक विजय शर्मा के दिशा निर्देशन में उदयपुर सिटी स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य तीव्र गति से चल रहा है. वर्तमान में उदयपुर सिटी स्टेशन की पुरानी स्टेशन बिल्डिंग के कुछ हिस्सों को तोडकर नई स्टेशन बिल्डिंग के लिये खुदाई का कार्य किया गया है. इस समय बेस पिलिन्थ लेवल का कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही बेसमेंट संबंधित सिविल कार्य भी प्रगति पर है. स्टेशन पूरा हेरिटेज लुक में तैयार होगा. इसकी दीवारों पर उदयपुर की कला और विरासत की ऐतिहासिक झलक देखने को मिलेगी.
बाहर से ऐसा दिखेगा उदयपुर रेलवे स्टेशन यह होगी विशेष खासियत :उदयपुर सिटी स्टेशन पर कुल 86,248 वर्ग मीटर क्षेत्र को विकसित किया जाएगा. जिसमें मुख्य स्टेशन बिल्डिंग 5,989 वर्ग मीटर क्षेत्र में (भूतल + 3) तथा द्वितीय प्रवेश स्टेशन बिल्डिंग 5,824 वर्ग मीटर क्षेत्र में (भूतल + 3) में विकसित की जाएगी. मुख्य स्टेशन भवन में कार पार्किंग, आगमन/ प्रस्थान हेतु अलग-अलग गेट, सुरक्षा जांच क्षेत्र, 72 मीटर चौड़ाई का कॉन्कोर्स एरिया जिसमें फुड कोर्ट, शॉपिंग कोर्ट, कैफेटेरिया, वेटिंग एरिया, प्ले एरिया इत्यादि का प्रावधान रखा गया है. स्टेशन पर 20 नई लिफ्ट एवं 26 नये एस्केलेटर लगाकर मौजूदा संख्या को बढ़ाया जाएगा.स्टेशन पर मौजूद दोनों फुटओवर ब्रिज को स्काई वॉक से जोड़ा जाएगा.
उदयपुर का रेलवे स्टेशन को दिया जा रहा है इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लुक स्टेशन पर अनारक्षित प्रतीक्षालय, एक्जिक्यूटिव प्रतीक्षालय, खुदरा स्टालें, शौचालय, बेगेज स्कैनर तथा कोच इन्डिकेटर के साथ ही समस्त प्रकार की आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. झीलों की नगरी उदयपुर स्टेशन का संपूर्ण पुनर्विकास इसकी भव्य और आकर्षक बिल्डिंग को देखने मात्र से नजर आएगा. पूरी परियोजना में निर्माण के साथ-साथ संचालन और रख रखाव के दौरान ऊर्जा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं होंगी, जो नवीनीकरणीय ऊर्जा के साथ कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन आदि जैसे संसाधनों युक्त होगी.
उदयपुर रेलवे स्टेशन पर दिखेगा मेवाड़ की झलक रेलवे अधिकारी से पूरी जानकारी :कैप्टन शशि किरण ने बताया कि उदयपुर शहर के महत्व और पर्यटक स्थल को देखते हुये रेलवे द्वारा यहाँ यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिये अनेक कार्य किये जा रहे हैं. उदयपुर शहर में सुगम रेल सुविधाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिये भविष्यगामी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की तैयारी की गई है. इसी क्रम में उदयपुर स्टेशन को आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर ‘अमृत भारत स्टेशन’ के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है. जिसमें मेवाड़ के हैरिटेज और आधुनिकता का समावेश है. स्टेशन को शहर के प्रमुख केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने का प्रावधान है, ताकि यहाँ आने वाले पर्यटक भी विशेष अनुभूति के साथ मीठे संस्मरण लेकर जाए.