उदयपुर.झीलों की नगरी उदयपुर के होटल में ठहरने वाले पर्यटकों पर यात्री कर लगाने का विरोध शुरू हो गया है. होटल एसोसिएशन अध्यक्ष धीरज दोषी ने बताया कि नगर निगम द्वारा यात्री कर वसूलने पर रोक लगाने के लिए होटल एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत से मिला.उन्हें इस बारे में विस्तृत रूप से बताया कि उदयपुर नगर निगम द्वारा 7 अक्टूबर 2022 को यात्री कर लगाने का प्रस्ताव पारित कर उसे राज्य सरकार के पास गजट नोटिफिकेशन के लिए भेज दिया. जिसके बाद जून 2023 में राज्य सरकार द्वारा गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है.
यात्री कर अप्रासंगिक एवं सर्वथा अनुचित : यात्री कर लागू करने से उदयपुर भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ेगा. जिससे उदयपुर आने वाले पर्यटक दूसरे राज्यों की ओर रुख करेंगे. यात्री कर को लागू करना पर्यटन की दृष्टि से किसी भी कीमत पर सही नहीं है. होटल व्यवसाई द्वारा विभिन्न श्रेणियों में जीएसटी का भुगतान किया जा रहा है. नगर निगम द्वारा 3000 ,5000, 10000 की विभिन्न श्रेणियों में 200, 300 एवं ₹500 यात्री कर प्रति कमरा प्रतिदिन का निर्धारित किया गया है जो कि अनुचित है. होटल व्यवसायियों द्वारा नगर निगम को पहले ही कचरा शुल्क, नगरीय विकास कर और नगरीय उपकर एवं होटल लाइसेंस फीस दिये जा रहे हैं.