बिपरजॉय तूफान से निपटने के लिए जिला प्रशासन सतर्क उदयपुर. झीलों की नगरी उदयपुर में भी अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव को देखते हुए प्रशासन ने सभी तैयारियां दुरुस्त कर ली है. इसको लेकर जिला कलक्टर ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर उनके दायित्व बांट दिए हैं. जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि मौसम विभाग के अनुसार अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान बिपरजॉय फिलहाल ईस्ट सेंट्रल अरब सागर की खाड़ी में बना हुआ है. इसके साथ ही धीरे-धीरे वह उत्तर दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है. यह सौराष्ट्र-कच्छ व आसपास के पाकिस्तान तट के ऊपर वेरी सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म के रूप में पहुंचने की प्रबल संभावना है.
एहतियातन पिछोला झील से निकाली गई लग्जरी बोट 16 जून को हो जाएगा कमजोर : बिपरजॉय तूफान उत्तर-पूर्वी दिशा की ओर आगे बढ़ने तथा धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि 16 जून को इसके कमजोर होकर अवसाद/वेल मार्क्ड लो प्रेशन के रूप में दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना है. इसके असर से आंधी बारिश की गतिविधियां 15 जून दोपहर बाद ही जोधपुर व उदयपुर संभाग के जिलों में प्रारंभ होने की संभावना है. दिनांक 16 जून को इसके असर से जोधपुर, उदयपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. इस दौरान दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान में हवाओं की गति 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक दर्ज होने की संभावना है. उन्होंने यह भी बताया कि 17 जून को भी इस सिस्टम का असर जोधपुर, उदयपुर व अजमेर संभाग व आसपास के कुछ भागों में भारी बारिश के रूप में जारी रहने की संभावना है.
बिपरजॉय के लिए जिला कलक्टर की अधिकारियों के साथ बैठक कलक्टर ने विभागों को सौंपे दायित्व, आपदा से निपटने के लिए पूर्व तैयारी के दिए निर्देश :कलक्टर ने सिंचाई, पीएचईडी, रसद, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, पुलिस विद्युत, पशुपालन, पीडब्ल्यूडी, एसडीआरएफ व नागरिक सुरक्षा विभाग को सतर्क रहने एवं मानसून पूर्व बाढ़ या अतिवृष्टि से बचाव एवं सुरक्षा की सभी तैयारियों सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. कलक्टर ने बताया कि जिला व तहसील स्तर पर एवं अन्य संबंधित विभागों में 15 जून से 30 सितंबर तक बाढ़ नियन्त्रण कक्ष स्थापित करने के आदेश जारी किये जा चुके हैं.
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यह बाढ़ नियन्त्रण कक्ष 24 घंटे संचालित किया जाएगा. इस बाढ़ नियन्त्रण कक्ष में बचाव (रेस्क्यू) कार्य हेतु 32 स्वयं सेवक लगाये गए हैं. 32 स्वयंसेवक में से 8 जिला बाढ़ नियन्त्रण कक्ष, जिला कलक्टर कार्यालय में एवं 24 स्वयं सेवक नागरिक सुरक्षा विभाग कार्यालय में लगाये गए हैं. बाढ़ नियन्त्रण कक्ष में जन हानि व अन्य किसी प्रकार की हानि की सूचना प्राप्त करने एवं प्राप्त सूचना राज्य स्तरीय बाढ़ नियन्त्रण कक्ष में प्रेषित करने की राजकीय कार्मिकों की प्रातिनियुक्ति की गई है.
एहतियातन पिछोला झील से निकाली गई लग्जरी बोट :गुर्जर सुरक्षा की दृष्टि से झीलों की नगरी उदयपुर के पिछोला झील से लक्जरी नावों को बाहर निकाल ली गई है. चक्रवात से किसी भी प्रकार का जान-माल और अन्य को नुकसान से बचाने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है. दूसरी तरफ सिविल डिफेंस की टीमें भी तैयार हैं.
उदयपुर जिला प्रशासन ने जिले के लोगों के नाम अपील : जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य सचिव व अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओपी बुनकर द्वारा जारी विडियो अपील में उदयपुर वासियों को सतर्क रहने व सावधानी बरतने का आह्वान किया है. एडीसी बुनकर ने बताया कि मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अरब सागर के गुजरात के रास्ते होते बिपरजॉय राजस्थान में प्रवेश करेगा. इसके तहत आज 15 जून को दोपहर बाद तेज बारिश होने की संभावना है और 16 व 17 जून को तेज आंधी व हवाएं चलन के साथ साथ बारिश होगी. इस स्थिति को देखते हुए आमजन को सतर्क रहने, टीन शेड व पेड़ पौधों से दूर रहने, अस्थाई स्ट्रक्चर में रहने वाले, लटकते तारों, क्षतिग्रस्त पोल, स्ट्रक्चर आदि से दूर रहने की हिदायतें दी गई है. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि आपात स्थिति में किसी भी प्रकार की सहायता एवं सूचनाओं के संबंध में जिला स्तरीय पर स्थापित आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 0294-2414620 पर सम्पर्क कर सकते हैं.