उदयपुर.13 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक का लोकार्पण किया था, जिसे योजनाबद्ध (Udaipur Ahmedabad railway track blast case) तरीके से शनिवार को साजिश रच उखाड़ने की कोशिश की गई. ताकि उदयपुर में एक बार फिर से अशांति फैलाई जा सके. एक ओर लेक सिटी में जी-20 शेरपा बैठक की जोर-शोर से तैयारियां चल रही है, जिसमें विकसित व विकासशील देशों के प्रतिनिधि शामिल होने के लिए यहां आएंगे तो वहीं दूसरी ओर 16 साल बाद बहाल हुई इस ट्रैक को उड़ाने की साजिश ने कई अनसुलझे सवालों को उठा दिया है.
हालांकि, रेलवे कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत के बाद इस रेलवे ट्रैक को दोबारा दुरुस्त कर लिया गया. जिसके बाद सोमवार की सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर इस ट्रैक से मालगाड़ी को निकाला गया. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एनआईए और एटीएस कर रही है. इस बीच सोमवार को दिल्ली से NSG के तीन अधिकारी उदयपुर आए, जो घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंचे. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर हुआ धमाका इतना जबरदस्त था कि उसकी गूंज काफी दूर तक सुनाई दी.
अहमदाबाद से आने वाली ट्रेन को हरी झंडी- मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे कैप्टन शशिकिरण ने बताया कि इस ट्रैक पर एटीएस की टीम की ओर से निरीक्षण करने के बाद रात 11:30 बजे ट्रैक को फिट घोषित किया गया. ब्लास्ट हुए रेलवे ट्रैक एरिया को रात 3.30 बजे सही कर दिया गया है. यही नहीं, रात को ही ट्रैक पर इंजन चलाकर ट्रायल भी कर लिया गया. अब आज से अहमदाबाद से आने वाली ट्रेन को हरी झंडी मिल गई है. जिसके बाद आज दोपहर 12 बजे असारवा-उदयपुर आने वाली पैसेंजर ट्रेन आएगी. उन्होंने बताया कि ब्लास्ट से करीब 2 फीट ट्रैक डैमेज हुआ था और रॉड मुड़ गई थी. 13 मीटर लंबा पूरा एक रॉड या कहें पटरी का बेंच आता है, उसे बदला गया.