मौसमी बीमारियों से अस्पतालों में बढ़े मरीज... उदयपुर. प्रदेश में एक बार फिर अचानक मौसम के परिवर्तन के कारण मौसमी बीमारियों का दौर भी शुरू हो गया है. उदयपुर में भी बदलते मौसम के मिजाज के चलते अब अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. फरवरी के महीने में ही गर्मी ने लोगों को पंखे चलाने को मजबूर कर दिया है. रात में ठंड जबकि दिन में चिलचिलाती गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर भी गहरा असर पड़ रहा है.
मौसमी बीमारियों के कारण मरीजों की संख्या दोगुनी: अचानक मौसम के परिवर्तन के कारण जहां लोग गर्मी की वजह से गर्म कपड़े खोलने को मजबूर हो रहे हैं. ऐसे में कभी सर्दी तो कभी गर्मी के इस मौसम में लोग कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. बदलते मौसम का असर छोटे बच्चों से लेकर बड़ों में दिखाई दे रहा है. उदयपुर के एमबी अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या आउटडोर में दोगुनी दिखाई दे रही है. इनमें बुखार, खांसी, जुखाम, अस्थमा, निमोनिया आदि मौसमी बीमारियों के मरीज शामिल हैं. ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए लम्बी लाइनों में लगना पड़ रहा है.
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मौसमी बीमारी से बचने के उपाय:आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल लाखन पोसवाल ने बताया कि गत वर्ष की तुलना में इस बार मौसमी बीमारियों की चपेट में दोगुने लोग दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान लोग अपने घरों में ही थे. लेकिन अब एक दूसरे के संपर्क में आने के कारण मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. एमबी अस्पताल में आमतौर पर आउटडोर में 6000 मरीज रहते हैं, वहीं इन दिनों यह आंकड़ा 10000 के पार पहुंच गया है. जिसके कारण एमबी अस्पताल के वार्डों में मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या भी बढ़ी है. इन बीमारियों से बचने के लिए सुबह-शाम गर्म वस्त्र का उपयोग करने की सलाह दी गई है. वायरल बीमारियों से बचने के लिए मास्क का उपयोग करना चाहिए. इसके अलावा खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
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छोटे बच्चों का रखें विशेष ध्यान:आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल लाखन पोसवाल ने बताया कि मौसम परिवर्तन में बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. सुबह उठने के दौरान अचानक गर्म वस्त्र खोल कर ना उठें, क्योंकि इससे सर्दी-जुखाम लगने का काफी खतरा रहता है. बच्चों को अभी भी सुबह और शाम गर्म वस्त्र पहनाएं. इसके साथ ही ज्यादा ठंडा पानी ना पिएं, गरम भोजन का सेवन करें, खुली ठंडी हवा में बच्चों को ना घुमाएं.