उदयपुर.प्रदेश की आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अब कांग्रेस पार्टी भी चुनावी शंखनाद वागड़-मेवाड़ की धरती से करने जा रही है. आदिवासियों की आस्था का केंद्र कहे जाने वाले मानगढ़ धाम में विश्व आदिवासी दिवस पर राहुल गांधी चुनावी शंखनाद करेंगे. राहुल गांधी के इस दौरे को लेकर कांग्रेस पार्टी के नेता तैयारियों में जुटे हुए हैं. इस कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बनाने के लिए स्वयं कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कमान संभाल रखी है. इस ऐतिहासिक मानगढ़ धाम में कांग्रेस पार्टी अपना पहला चुनावी बड़ा कार्यक्रम करने जा रही है. जहां से कई चुनावी सियासी संदेश भी कांग्रेस के नेता देते हुए नजर आएंगे. अब राजनीतिक विश्लेषक भी राहुल गांधी के इस दौरे के कई मायने निकाल रहे हैं.
मानगढ़ धाम से कांग्रेस का चुनावी शंखनाद :9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासियों की आस्था का केंद्र कहे जाने वाले मानगढ़ धाम से कांग्रेस राजस्थान के चुनावी समर में अपना बिगुल बजाने जा रही है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने आदिवासियों को एक ऐसे आस्था के केंद्र का चयन किया है. जहां हजारों लोगों ने अपनी शहादत दे दी थी. राहुल गांधी के मानगढ़ दौरे को लेकर हमने राजनीतिक विश्लेषक कुंजन आचार्य और श्याम सुंदर शर्मा से बातचीत की कि राहुल गांधी के दौरे के क्या मायने हैं. डॉ कुंजन आचार्य ने बताया कि मानगढ़ धाम का अपना इतिहास गौरवशाली है, क्योंकि आदिवासियों का एक पवित्र स्थल है. अंग्रेजों से लड़ाई के दौरान करीब 1500 से ज्यादा आदिवासी यहां पर शहीद हो गए थे.
राष्ट्रीय स्मारक बनाने का मुद्दा :इस ऐतिहासिक मानगढ़ धाम के स्थल पर न सिर्फ राजस्थान बल्कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से भी बड़ी संख्या में आदिवासी लोग आते हैं. यह अपने आप में एक आस्था का केंद्र है. ऐसे में राहुल गांधी 3 राज्यों को साधने के साथ आदिवासी सीटों पर भी उनकी विशेष नजर रहेगी. ऐसे में राहुल गांधी और अशोक गहलोत के कदम सोच समझकर उठाए जा रहे हैं. बार-बार मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के मुद्दे पर एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोल सकते हैं. बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी मानगढ़ धाम आए थे तो सीेएम अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की बात कही थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की बजाय तीनों राज्यों पर एक कमेटी बनाने की बात कही थी. जिसे लेकर मुख्यमंत्री गहलोत लगातार उन पर जुबानी हमला बोलते आ रहे हैं. लेकिन अब इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय मानगढ़ धाम के विकास को लेकर कोई बड़ी घोषणा कर सकती है. ऐसा राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है. जिससे कांग्रेस अपने परंपरागत एसटी वोट बैंक पर फिर से पकड़ बना सके. आगामी दिनों में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं. अगर बात करें पिछले विधानसभा चुनाव की तो कांग्रेस के लिए एसटी विधानसभा सीटों पर कमजोर नजर आई थी.
राहुल गांधी को मानगढ़ धाम ला करके कांग्रेस अपना पक्ष मजबूत करना चाहती :राजनीतिक विश्लेषक श्याम सुंदर शर्मा ने बताया कि आदिवासियों की आस्था का केंद्र मानगढ़ धाम में राहुल गांधी विश्व आदिवासी दिवस पर आ रहे हैं. राजस्थान के चुनाव में मानगढ़ धाम का मुद्दा भी बड़ा हो सकता है. क्योंकि राजस्थान छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी बड़ी संख्या में आदिवासी रहते हैं. ऐसे में मानगढ़ धाम को लेकर कोई बड़ी घोषणा होने की भी संभावना जताई जा रही है. जैसे कांग्रेस पार्टी के साफ करेगी कि अगर उनके सरकार बनेगी तो मानगढ़ धाम के लिए यह काम करेगी. वहीं उदयपुर संभाग में सबसे ज्यादा राजस्थान की एसटी सीटें है.जिन पर कांग्रेस पार्टी अपनी विशेष पकड़ बनाना चाहती है, क्योंकि पिछले चुनाव में कांग्रेस यहां अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी.