उदयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण 10 महीने बाद एक बार फिर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. शहर के छात्र कल्याण अधिष्ठाता एवं पत्रकारिता और जनसंचार विभाग मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में कोरोना जागरूकता काव्य संध्या का आयोजन किया. जिसमें देश के जाने-माने कवियों ने समा बांध दिया. कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ. कुंजन आचार्य ने कहा कि 10 महीने के दौर में मानो दुनिया बंद की गई हो, अपने और दूसरे के पर्याय के भेद के बीच में आज फिर इस गुलशन में रंगत नजर आई है. कार्यक्रम में कवि सुनील व्यास, सिद्धार्थ देवल, अजातशत्रु, दीपक पारीक, दीपिका माही, ब्रजराज सिंह आदि कवियों ने समा बांध दिया.
बता दें कि कार्यक्रम की शुरुआत मां वीणा वादिनी सरस्वती वंदना के साथ दीपिका माही ने की थी. इसके बाद ब्रजराज सिंह मेवाड़ के गौरवशाली इतिहास से लेकर महाराणा प्रताप की यश और पराक्रम की कीर्ति बयां की. सिपाही हम परिंदे मुल्क की पहचान हैं. रचना के माध्यम से पूरे ऑडिटोरियम में समा बांध दिया. उन्होंने कहा कि देश का सिपाही अपने मनोबल से कैसे देश को बचाए रखता है. वहीं कवि सुनील व्यास ने भी हास्य कविता के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल ऑनलाइन और ऑफलाइन देख रहे लोगों को गदगद किया. उन्होंने कहा कि 10 महीने तक घर में बैठे-बैठे इस घड़ी का इंतजार कर रहे थे. लेकिन, यह घड़ी लंबे समय बाद आई है. हमें बहुत ही आनंद और सुकून का एहसास हुआ है.