उदयपुर. जिले के खेरोदा थाना क्षेत्र में इंसानियत को झकझोर कर देने वाला मामला सामने आया है. एक युवती के साथ 4 साल तक कई लोगों ने दुष्कर्म किया. जिस्मफरोशी के दलालों ने नाबालिग लड़की का अपहरण कर 4 साल तक उसे घनघोर यातनाएं दी और सामूहिक दुष्कर्म किया. पीड़िता इन हैवानों के चंगूल से बचकर घर लौट आई जिसके बाद पीड़िता ने खेरादा थाना क्षेत्र में पुलिस में मामला दर्ज करवाया है.
मामला जिले के खेरोदा थाना क्षेत्र का है, जहां एक नाबालिग लड़की को जिस्मफरोशी के गोरखधंधे में जबरन धकेला गया. पीड़िता ने मामले को लेकर 19 लोगों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. हैवानों ने पीड़िता को बार बाला बनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी. पैसों के लालच में दलालों ने पीड़िता का कई बार अन्य आरोपियों से भी दुष्कर्म करवाया. पीड़िता की अब मांग है कि उसे न्याय मिले और मामले में शामिल सभी बदमाशों को सख्त से सख्त सजा मिले.
पीड़िता पहुंची पुलिस की शरण में 4 साल पहले पीड़िता का अपहरण कर जिस्मफरोशी के दलाल उसे मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों में ले गए और वहां उससे गोरखधंधा करवाया. वहीं जब उन्हें और अधिक पैसे की जरूरत पड़ी तो पीड़िता को बार बाला तक बनने के लिए मजबूर किया गया और ऐसा नहीं करने पर उसके साथ मारपीट की गई. उसके परिवार को मारने की धमकी दी गई, लेकिन 4 साल बाद अब पीड़िता एक बार फिर अपने परिवार के पास लौट आई है. पीड़िता की मांग है कि उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो जिन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया और दुष्कर्म में शामिल हुए. जिन्होंने अपहरण की साजिश रची और उसका अपहरण कर उसे गुमराह किया. बता दे कि पीड़िता ने खेरोदा थाने में 19 लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज करा दिया है फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पीड़िता का कहना है कि उसके गांव से दूर ले जाकर मध्यप्रदेश के एक युवक के साथ उसकी जबरन शादी करवाई गई. उसके बाद गांव कलवल भीण्डर निवासी आरोपी जमनालाल ने उसे जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया. उसके साथ कई लोगों ने बलात्कार किया. उसे डांस बार में जाने के लिए भी विवश किया लेकिन पीड़िता के मना करने पर उसके साथ मारपीट भी की गई.
एक और देश में जहां महिला सुरक्षा और महिलाओं के सम्मान की बात की जाती है तो वहीं दूसरी और राजस्थान में महिला सुरक्षा के नाम पर नित नए मामले निकल कर सामने आ रहे हैं. ऐसे में अब देखना होगा राजस्थान पुलिस पीड़िता को कब तक न्याय दिला पाती है.