उदयपुर.जिले में 27 सितंबर से कोटड़ा महोत्सव (Kotra Tribal Festival ) का आगाज होने जा रहा है. इसकी जानकारी बुधवार को जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. उन्होंने बताया कि लेक सिटी में आने वाले पर्यटकों को ग्रामीण क्षेत्रों तक ले जाने और उन्हें जनजाति कला संस्कृति से रूबरू कराने के साथ ही ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने को तीन दिवसीय कोटड़ा ट्राइबल फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है.
विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर 27 से 29 सितंबर तक आयोजित होने वाले भव्य कोटड़ा महोत्सव में चार चांद लगाने को कई खास तैयारियां की गई है. जिला कलेक्टर ने बताया कि कोटड़ा महोत्सव के माध्यम से ग्रामीण पर्यटन को विश्व पटल तक ले जाने की तैयारी है. इसके लिए न सिर्फ स्थानीय लोक कलाकार, बल्कि 6 अन्य राज्यों से विशेष कलाकारों के दलों को यहां बुलाया जा रहा है. साथ ही राजस्थान राज्य के भी विभिन्न जिलों से आने वाले कलाकारों के दल यहां परफोर्म कर पर्यटकों को आकर्षित करेंगे.
7 राज्यों के कलाकार होंगे शामिल:कलक्टर मीणा ने बताया कि कोटड़ा महोत्सव में पश्चिम बंगाल से नटुवा नृत्य दल, ओडिशा से सिंगारी नृत्य दल, लद्दाख से जबरो और याक डांस दल, गुजरात से राठवा नृत्य दल, महाराष्ट्र से सोंगी मुखौटा नृत्य दल और मध्यप्रदेश से गुतुम्ब बाजा और सिला कर्मा नृत्य दल के कलाकार प्रस्तुति देंगे.
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राजस्थान से ये दल होंगे शामिल:कलक्टर मीणा ने आगे बताया कि कोटड़ा महोत्सव में प्रदेश के बारां से सहरिया स्वांग दल, कुशलगढ़ बांसवाड़ा से गैर नृत्य दल, नापला बांसवाड़ा से घूमरा नृत्य दल, ऋषभदेव से गवरी नृत्य दल, उपलागढ़ आबूरोड से वालर और रायन नृत्य दल, अम्बासा-झाड़ोल से मावलिया नृत्य दल, उदयपुर से अमित गमेती के नेतृत्व में गवरी नृत्य दल आदि शामिल होंगे. इसके अलावा भारतीय लोककला मंडल के दल भी प्रस्तुति देंगे.
विभिन्न उत्पादों की लगेगी 22 स्टॉल्स: कोटड़ा महोत्सव में आने वाले पर्यटक आदिवासी उत्पादों के साथ ही साजो-सामान की भी जमकर खरीद कर सकेंगे. इसके लिए विशेष रूप से 22 स्टॉल्स लगाई जाएंगी. इनमें वाद्य यंत्र, लकड़ी की सामग्री, बांस, परंपरागत भोजन, औजार, लघुवन उपज, आभूषण-वेशभूषा आदि की स्टॉल्स लगेंगी.