होटल व्यवसायियों को राज्य बजट से उम्मीदें... उदयपुर.प्रदेश की गहलोत सरकार का अंतिम बजट 10 फरवरी को आने वाला है. इस बजट को लेकर पर्यटन क्षेत्र से जुड़े होटल व्यवसायियों को भी खासी उम्मीद है. क्योंकि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने पिछले बजट में टूरिज्म को इंडस्ट्री का दर्जा दिया था. इस बार के बजट में होटल व्यवसाई क्या उम्मीद रखते हैं. इसे लेकर ईटीवी भारत ने उदयपुर के होटल कारोबारियों से बातचीत की.
गहलोत के बजट पिटारे से उम्मीद: उदयपुर होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि पर्यटन राजस्थान का महत्वपूर्ण केंद्र है. राज्य की गहलोत सरकार के अंतिम बजट से पर्यटन के साथ होटल व्यवसाय को विशेष उम्मीद है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पिछले बजट में टूरिज्म क्षेत्र को इंडस्ट्री का दर्जा दिया था, लेकिन इसके लागू होने के बाद भी इसका लाभ पूरी तरह से अभी तक नहीं मिला है.
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इस नियम के तहत 20 कमरे से अधिक वाली होटल को जोड़ दिया गया. लेकिन जिन होटल में 5 से 7 या 10 कमरे हैं. उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है. टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार को अलग से बजट का आवंटन करना चाहिए. इसके साथ ही इस बजट को प्रदेश में नए टूरिस्ट केंद्र बनाने में खर्च किया जाए. झीलों की नगरी उदयपुर में जहां देश-दुनिया से लाखों की संख्या में टूरिस्ट आते हैं. ऐसे में नाइट टूरिज्म भी शुरू किया जाना चाहिए.
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होटल व्यवसायी विकास जैन ने बताया कि गहलोत सरकार जो टूरिज्म पॉलिसी लेकर आई थी. उसका फायदा छोटी होटल के व्यापारियों को अभी तक नहीं मिला है. होटल व्यवसायी उषा शर्मा ने बताया कि टूरिज्म इंडस्ट्री का दर्जा मिलने के बाद भी होटल व्यवसायियों को पूरी तरह से फायदा नहीं मिल पाया. ऐसे में इसका लाभ मिल सके इसके लिए पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य चीजें भी लागू करनी चाहिए. उदयपुर के लिए एडवेंचर टूरिस्ट और नाइटलाइफ टूरिज्म की मांग है. इसके साथ ही रेस्टोरेंट्स और टूरिस्ट प्लेस को देर रात तक खोले जाने की अनुमति मिलनी चाहिए. टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ट्रेनों की कनेक्टिविटी भी और अधिक की जानी चाहिए.