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उदयपुर: वन में विराजे नीलकंठ...वादियों के बीच सजा महादेव का दरबार

उदयपुर में सोमवार को महादेव बाबा का अद्भुत श्रृंगार किया गया और महामृत्युंजय मंत्रों का सवा लाख बार जाप किया गया. इस दौरान भगवान के दर्शन के लिए काफी संख्या में लोग वहां उपस्थित रहे. इसके अलावा कार्यक्रम का आयोजन कर रहे बजरंग दल महानगर संयोजक ने कोरोना से मुक्ति पाने के लिए महादेव से विशेष कामना की.

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उदयपुर में नीलकंठ महादेव का सजाया गया मंदिर

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Published : Jan 4, 2021, 10:26 PM IST

उदयपुर. शहर में सोमवार को यूआईटी सर्किल फतेहसागर रोड स्थित नीलकंठ महादेव का अद्भुत दरबार सजाया गया. जिसमें बाबा का अद्भुत श्रृंगार किया गया और महामृत्युंजय मंत्रों का सवा लाख बार जाप किया गया.

कार्यक्रम का आयोजन कर रहे बजरंग दल महानगर संयोजक लव श्रीमाली ने बताया कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से मुक्ति प्रदान करने के लिए महादेव से विशेष अर्ज के साथ यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि प्रभु भोले से यहीं कामना है कि कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाएं.

वहीं, संपूर्ण मंदिर को एक जंगल की थीम पर सजाया गया है. महादेव के विशेष श्रृंगार के लिए विदेशों से फूल मंगवाए गए थे. जिनमें भगवान के अनुष्ठान किए गए, साथ ही प्रत्येक दर्शनार्थी को जड़ी-बूटी निर्मित कांटे का प्रसाद वितरित किया गया.

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साथ ही कोरोना को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सैनिटाइज के बाद ही मंदिर में लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है. इसके अलावा प्रभु का अदभुत श्रृंगार देखकर यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु भी मनमोहित हुए. वहीं, पूरे मंदिर को इस प्रकार सजाया गया था, जिसमें शेर नौरूपी आवाज जंगल जैसा पूरा वातावरण दृश्य नजर आ रहा था.

उदयपुर में सर्दी का सितम जारी..दिनभर छाई रही धुंध

शहर के मौसम में एक बार फिर बदलाव आया है. जहां सोमवार को पूरा शहर कोहरे की आगोश में समा गया. हालांकि कोहरे से आमजन को सर्दी से कुछ राहत मिली है, लेकिन जैसे ही आसमान साफ हुआ सर्दी का असर फिर से बढ़ गया. मौसम में यह बदलाव दिन-भर जारी रहा. सोमवार सुबह से ही कोहरे ने शहर को ढक दिया. स्थिति यह थी कि सामने से आने वाले का पता तक नहीं चल पा रहा था. खासकर वाहन चालकों को इससे बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा. दूर से आने वाले वाहन का भी पता नहीं चल पा रहा था. ऐसे में वाहन चलाने वाले लोगों को हेड लाइट जलाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा. इसका असर फतेहसागर और पिछोला पर होने वाली बोटिंग पर भी नजर आया. कोहरे के कारण पर्यटक बोटिंग करने से कतराते रहे. बहुत कम पर्यटकों ने आज बोटिंग का लुफ्त उठा पाए.

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