उदयपुर.राजस्थान की बेटी ने अपने बुलंद इरादों और हौसले के बल पर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. दुनिया की सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन में सक्रिय रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनी हैं. उदयपुर की अफसर बिटिया शिवा 15,632 फीट की ऊंचाई पर स्थित सबसे खतरनाक कुमार पोस्ट पर ड्यूटी दे रही हैं (daughter of Udaipur Capt Shiva ). सियाचिन बैटल स्कूल में अन्य कर्मियों के साथ प्रशिक्षण के बाद, कैप्टन शिवा चौहान दुनिया की सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में ऑपरेशनल रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं.भारतीय सेना के फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई.
बड़ा कठिन रहा सफर-शिवा के लिए कुमार पोस्ट तक पहुंचना बिल्कुल भी आसान नहीं रहा. कठिन प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा. बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर पृथ्वी पर सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच 1984 से रुक-रुक कर लड़ाई होती रही है.यह पहली बार हुआ है,जब भारतीय सेना में किसी महिला अधिकारी की इतनी खतरनाक पोस्ट पर तैनाती हुई है.
सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र माना जाता है. शिवा -31 डिग्री के तापमान में अपनी ड्यूटी निभाएंगी. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की तरफ से जो तस्वीरें शेयर की गई हैं.उसमें कैप्टन शिवा ड्यूटी करते दिखाई दे रही हैं. भारतीय सेना के मुताबिक, सियाचिन बैटल स्कूल में एक महीने के कड़े प्रशिक्षण के बाद कैप्टन शिवा चौहान को सियाचिन ग्लेशियर की सबसे ऊंची सीमा चौकी, कुमार पोस्ट पर तैनात किया गया है. कुमार पोस्ट 12 महीने बर्फ से ढकी रहती है.
11 साल में पिता को खोया-शिवा खतरों की खिलाड़ी हैं. अभी 25 साल की हैं. लेकिन खतरों से और जीवन की समस्याओं से दो दो हाथ करना नन्हीं उम्र से ही सीख रहा है. इनका जन्म 1997 में हुआ था लेकिन 11 साल की छोटी उम्र में अपने पिता राजेंद्र चौहान को खो दिया था. परवरिश हाउस वाइफ मां ने किया. सिंगल पेरेंट के लिए ये सफर आसान नहीं था. स्कूली शिक्षा उदयपुर में ही पूरी हुई फिर 2015 से 2019 तक NJR इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक किया. मां अंजलि चौहान ने पढ़ाई पर ध्यान देने के साथ सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया. ओटीए, चेन्नई में प्रशिक्षण के बाद मई 2021 में इंजीनियर रेजीमेंट में नियुक्ति हुई.
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