वल्लभनगर उपचुनाव: 20 हजार से ज्यादा वोटों से जीती कांग्रेस की प्रीति शक्तावत, भाजपा उम्मीदवार हिम्मत सिंह झाला की जमानत जब्त
वल्लभनगर उपचुनाव में कांग्रेस को बड़ी सफलता मिली है. कांग्रेस उम्मीदवार प्रीति शक्तावत ने 20 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है. जबकि बीजेपी प्रत्याशी हिम्मत सिंह झाला की जमानत जब्त हो गई है.
20 हजार से ज्यादा वोटों से जीती कांग्रेस की प्रीति शक्तावत,
By
Published : Nov 2, 2021, 5:33 PM IST
|
Updated : Nov 2, 2021, 8:57 PM IST
उदयपुर.वल्लभनगर में चतुष्कोणीय मुकाबले के बीच के कांग्रेस उम्मीदवार प्रीति शक्तावत ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. प्रीति ने वल्लभनगर का उपचुनाव 20 हजार 606 वोटों जीता है. जबकि भाजपा के हिम्मत सिंह झाला की जमानत जब्त हो गई है. उपचुनाव में कांग्रेस का हाथ इस तरह लहराया कि प्रीति के सामने कोई भी उम्मीदवार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया.
भाजपा ने वल्लभनगर चुनाव में एक नई रणनीति के तहत नए उम्मीदवार हिम्मत सिंह झाला को मैदान में उतारा था. लेकिन झाला भी वल्लभनगर में कमल को खिला पाने में असफल रहे. हालांकि आरएलपी उम्मीदवार उदय लाल डांगी दूसरे नंबर पर रहे हैं. वहीं जनता सेना सुप्रीमो रणधीर सिंह भिंडर भी इस बार कोई बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर पाए. भिंडर उपचुनाव की रेस में तीसरे नंबर पर रहे. जबकि बीजेपी के हिम्मत सिंह झाला को चौथे नंबर पहुंच गए.
किसे मिले कितने वोट ?
उम्मीदवार का नाम
पार्टी
वोट
नतीजा
प्रीति शक्तावत
कांग्रेस
65,713
20,606 से जीत
उदय लाल डांगी
आरएलपी
45,107
दूसरा नंबर
रणधीर सिंह भिंडर
जनता सेना
43,817
तीसरा नंबर
हिम्मत सिंह झाला
भाजपा
21,443
जमानत जब्त
उदय लाल डांगी ने बिगाड़ा भाजपा का गणित
पिछले लंबे समय से भाजपा वल्लभनगर में अपना कमल खिलाने में असफल रही है. जिसके पीछे कई सियासी कारण है इस बार भाजपा पूर्व के उम्मीदवार उदयलाल डांगी का टिकट काट लिया था. उदय लाल डांगी की जगह बीजेपी ने हिम्मत सिंह झाला को मैदान में उतारा था. डांगी ने बगावत कर आरएलपी का दामन थाम लिया. हनुमान बेनीवाल ने मौके का तकाजा देखते हुए उन्हें आरएलपी के टिकट से चुनावी मैदान में उतारा दिया. चुनाव प्रचार में उदय लाल डांगी ने भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. और बीजेपी को नुकसान भी पहुंचाया. यही वजह रही कि भाजपा को चौथे नंबर पर जाना पड़ा. और उम्मीदवार की जमानत भी जब्त हो गई.
डांगी ने ना केवल बीजेपी का जबकि जनता सेना के रणधीर सिंह भिंडर की भी गणित को बिगाड़ दिया. हालांकि डांगी जीत तो नहीं पाए लेकिन तीसरे नंबर पर रहकर उन्होंने एक नया स्वरूप दे दिया. इसके साथ ही हनुमान बेनीवाल को भी इस उपचुनाव से मजबूती मिली है. RLP ने अच्छे वोट परसेंट के साथ मेवाड़ की सियासत में एक नया कदम रखा है.
वल्लभनगर का शक्तावत परिवार पर विश्वास
मेवाड़ की वल्लभनगर विधानसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो यहां पर शक्तावत परिवार का दबदबा रहा है. इससे पूर्व स्वर्गीय गुलाब सिंह शक्तावत यहां से लंबे समय तक विधायक रहे हैं. गुलाब सिंह शक्तावत के बाद उनके बेटे गजेंद्र सिंह शक्तावत विधायक रहे. और अब फिर जनता ने उसी शक्तावत परिवार पर भरोसा जताया साथ ही प्रीति शक्तावत को 20 हजार से ज्यादा वोटों से जीताकर विधानसभा भेजा.
वल्लभनगर विधानसभा के उपचुनाव की जिम्मेदारी कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास को दी थी. तो वहीं भाजपा उम्मीदवार की टिकट दिलाने से लेकर पूरे चुनाव प्रचार की कमान चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने संभाल रखी थी. ऐसे में जोशी को अब इस पूरे चुनाव के बाद आत्ममंथन करने की जरूरत है.
कौन हैं प्रीति शक्तावत ?
विधानसभा उपचुनाव 2021 के तहत वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने वाली प्रीति शक्तावत का जन्म 23 जुलाई 1973 को उदयपुर मे हुआ. ये वल्लभनगर के दिवंगत विधायक गजेन्द्रसिंह शक्तावत की धर्मपत्नी है. इनकी प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश कानपुर में हुई थी. जहां प्रीति के पिताजी जेके कंपनी कार्यरत थे. इसके बाद प्रीति शक्तावत ने आगे की स्कूली शिक्षा सेंट मैरिज और सेंट्रल एकेडमी स्कूल से प्राप्त की. प्रीति की कॉलेज शिक्षा मीरा गर्ल्स कॉलेज में हुई. इसके बाद बी.एड की डिग्री निंबार्क टीचर कॉलेज से प्राप्त की. अपने पति स्वर्गीय गजेंद्र सिंह शक्तावत के राजनीतिक करियर में साथ देने वाली प्रीति की कुकिंग में विशेष रूचि है. प्रीति बास्केटबॉल और हैंडबॉल में राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी रह चुकी हैं
प्रीति बताती है कि उनके दादाजी जोरावर सिंह झाला राजस्थान के मुख्य सचिव रहे थे. पिताजी बिरला में परचेज मैनेजर के पद पर रहे औैर माता बड़ी सादड़ी से प्रधान रह चुकी हैं. प्रीति शक्तावत की मां 2003 में बड़ी सादड़ी से विधायक का चुनाव लड़ चुकी है. विधायक शक्तावत के 2 बेटियां और एक बेटा है.