उदयपुर. राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. सीएम गहलोत की ओर से लगाए गए आरोपों पर पायलट ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर सिलसिलेवार तरीके से पलटवार किया. वहीं, दूसरी ओर सीएम गहलोत मंगलवार को मेवाड़ के दौरे पर थे, जहां गहलोत से पायलट को लेकर जब सवाल किए गए तो वो इससे बचते नजर आए.
पायलट ने उठाए सवाल -दरअसल, प्रदेश कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी तकरार किसी भी कीमत पर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. हर रोज दोनों नेता एक-दूसरे को सरेआम सियासी मंचों से घेर रहे हैं. वहीं, रविवार को धौलपुर में सीएम गहलोत के दिए बयान पर मंगलवार को जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस कर पायलट ने पलटवार किया. साथ ही सीएम के आरोपों को पूरी तरह से निराधार करार दिया. हालांकि, पायलट की प्रतिक्रिया लेकर जब सीएम गहलोत से सवाल किया गया तो वो जवाब देने से बचते नजर आए और आखिरकार गाड़ी में बैठ निकल गए.
सीएम का काफिला रोक छात्रों ने सुनाई पीड़ा - मुख्यमंत्री गहलोत महंगाई राहत कैंप में भाग लेने के लिए उदयपुर के मावली जा रहे थे. इसी दौरान बड़ी संख्या में छात्र सड़क किनारे खड़े हो गए. ऐसे में मुख्यमंत्री उन्हें देख अपना काफिला रोका और उनकी समस्याएं सुनी. इसी बीच छात्रों ने यूजी से कॉलेज को पीजी करने की मांग की. साथ ही एक छात्र ने सीएम से बात करते हुए कहा कि बड़ी संख्या में छात्रों को पीजी नहीं होने के कारण स्कूल में पढ़ाई छोड़नी पड़ती है.
इसके बाद छात्रों की समस्याएं सुनते हुए सीएम ने कॉलेज के लिए पीजी बनाने की घोषणा की. जिसके बाद सभी छात्रों के चेहरे खिल उठे. इसके तहत मुख्यमंत्री ने मावली के गर्ल्स कॉलेज को पीजी कॉलेज में क्रमोन्नत करने, मावली को नगरपालिका बनाने, खेमली को पंचायत समिति बनाने, घाटा और इंटाली में पीएचसी को सीएचसी बनाने, बागोलिया बांध की डीपीआर बनाने व मावली सीएचसी को उप जिला अस्पताल बनाने की घोषणाएं की.